
अर्थ डेस्क
-भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार उतार की ओर
-भारतीय स्टेट बैंक ने भी 5 से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया था
नई दिल्ली। वर्ष 2020 की शुरूआत जहां लगातार आमजन को मंहगाई का लगातार झटका दे रहा है वहीं अब विश्व बैंक ने भी भारत की अर्थव्यवस्था को झटका देते हुए विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान 6.5 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया। 1.5 फीसदी की गिरावट निश्चय ही भारतीय भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर नहीं है।
गौरतलब है कि हाल में 2020 ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कहा है कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) से पैदा हुई क्रेडिट कमजोरी गिरावट के प्रमुख कारणों में से एक है। दिसंबर 2019 के बाद रेटिंग एजेंसियों और वैश्विक बैंकों ने अर्थव्यवस्था पर काफी दबाव को देखते हुए अपने अनुमानों को घटाकर औसतन 5 फीसदी कर दिया। मालूम हो कि विश्व बैंक से पहले भारत के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक ने भी अर्थव्यवस्था की जीडीपी विकास दर लेकर अपना अनुमान घटा दिया था। अपनी ताजा रिपोर्ट में स्टेट बैंक की रिसर्च टीम ने विकास दर का अनुमान 5 फीसदी से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया था।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 के प्रारम्भ में अधिकतर वित्तीय संस्थान और एजेंसियां का अनुमान था कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय अर्थव्यवस्था 2018-19 की तुलना में बेहतर रहेगी, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद अर्थव्यवस्था में तेजी से गिरावट दर्ज की गई और इन सभी एजेंसियों के अनुमानों को झटका लगा और गिरावट दर्ज हुई। अर्थशास्त्रियों को कहना है कि यह 5 फीसदी की विकास दर का अनुमान पिछले 11 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए विश्व बैंक का सबसे खराब अनुमान है।