-अगर डी-रेल हुई होती तो भयानक हादसा होता
वाराणसी। नई दिल्ली से वाराणसी से आ रही शिवगंगा एक्सप्रेस का इंजन शुक्रवार को इलाहाबाद-वाराणसी रेलखंड के बीच स्थित सरायजगदीश हाल्ट (जंगीगंज) और ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन (गोपीगंज) के मध्य कपलिंग टूटने से बोगी से अलग हो गया। घटना करीबन 10.50 के करीब सुबह उस समय हुई जब ट्रेन इलाहाबाद से वाराणसी की तरफ जा रही थी। हालांकि ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। इस दौरान यात्रियों में अफरा तफरी मची रही। बाद में कैरेज स्टाप के जरिए इंजन और बोगी को जोड़ कर 11.06 मिनट पर ट्रेन को वाराणसी के लिए रवाना किया गया।
विगत एक माह से रेलगाड़ियों के बेपटरी होने की कई घटनाएं हुई हैं। यहां भी बड़ा हादसा होता अगर ट्रेन डी- रेल हुई होती। नई दिल्ली से चलकर शिवगंगा एक्सप्रेस (12560) वाराणसी आ रही थी। ट्रेन का स्टापेज इलाहाबाद के बाद सीधे वाराणसी है। भदोही जिले के ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर इस ट्रेन का ठहराव नहीं है। सुबह ट्रेन जब स्टेशन को पार किया, लेकिन 500 मीटर जाने के बाद इंजन की कपलिंग टूट गयी, जिसकी वजह से इंजन बोगी से अलग हो गया। यह हादसा किशनदेवपुर गांव के पास किलोमीटर संख्या (269/06) पर हुआ। चालक कमला प्रसाद ने बताया कि इंजन अनकपल होने के बाद लोड कम हो गया और काफी दूर इंजन निकल आया। बाद में चालक की तरफ से इसकी जानकारी ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन को दी गई। जहां से कैरेज स्टाप पहुंच कर टूटी हुई इंजन की कपलिंग को बोगी से जोड़ा इसके बाद गाड़ी को वाराणसी के लिए रवाना किया गया।इस दौरान काफी बड़ा रेल हादसा हो सकता था अगर रेल डी-रेल होती। क्योंकि ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर ट्ठरेन हराव न होने से गति काफी तेज होती है, लेकिन संयोग अच्छा रहा एक बड़ा हादसा टल गया। लेकिन यात्रियों में काफी अफरा-तफरी देखी गयी।