उत्तर प्रदेश में 1 जुलाई से खुलेंगे सभी परिषदीय स्कूल

विजय श्रीवास्तव
-शिक्षको व प्रधानाध्यापकों के लिए खुलेंगे स्कूल
-स्कूलों में नही होगा पठन-पाठन
-मिशन प्रेरणा के तहत ई-पाठशाला से बच्चों को ऑनलाइन देनी होगी क्लासेज
-बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों का जुलाई महीने का एजेंडा किया जारी
-मानव संपदा पोर्टल पर अपने दस्तावेजों का सत्यापन के साथ करने होंगे अन्य काम

लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते मार्च से बन्द चल रहे यूपी के सभी परिषदीय स्कूल 1 जुलाई से खुल जाएंगे। वैसे स्कूल बच्चों के लिए नहीं सिर्फ शिक्षकों व प्रधानाचार्य के लिए खुलेंगे यानि अभी स्कूलों में पठन-पाठन कार्य नहीं होगा। सिर्फ शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को स्कूल में बैठकर बच्चों की ऑनलाइन क्लास लेने के साथ कई काम करने होंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को जुलाई महीने का एजेंडा जारी कर दिया है।


बेसिक शिक्षा विभाग द्धारा जारी एजेंडा के तहत 5-5 प्रधानाध्यापकों को रोस्टर के अनुसार ब्लॉक स्तर पर सुबह और दोपहर उपस्थित रहना होगा। एक जुलाई से सभी शिक्षकों से मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को कुकिंग लागत का भुगतान और अनाज वितरित कराना होगा। मानव संपदा पोर्टल पर अपने दस्तावेजों का सत्यापन करना होगा। मिशन प्रेरणा के तहत ई-पाठशाला संचालित कर बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज देनी होगी। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों का रंगरोजन, मरम्मत और सौंदर्य से जुड़े कार्य कराने होंगे। समर्थ कार्यक्रम के तहत दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उनकी शिक्षा और थैरेपी की व्यवस्था करनी होगी।


स्कूलों में निशुल्क पाठ्यपुस्तक, यूनिफार्म वितरण करना होगा। साथ ही शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी प्राप्त करना होगा। शिक्षकों को यू-डायस पोर्टल पर विद्यालयों में बच्चों के नामांकन, इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों से जुड़े आंकड़े भी फीड करने होंगे। शारदा कार्यक्रम के तहत आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित कर उन्हें स्कूल में दाखिला दिलाना होगा। दीक्षा एप के जरिए शिक्षकों को कौशल विकास के लिए तैयार 75 कोर्स का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में स्कूलों को कोरोना संदिग्धों और प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया था। विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने स्कूल खोलने के बाद सबसे पहले स्कूलों को पूरी तरह सेनेटाइज कराने और साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए हैं ताकि शिक्षकों में संक्रमण फैलने का खतरा नहीं हो। वैसे शिक्षक तेजी से बढ रहे कोरोना वायरस के चलते अभी 1 जुलाई से स्कूल को खोलने का विरोध कर रहे हैं।

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