

विजय श्रीवास्तव
-ईमानदारी व कर्मठता का मिला इनाम
-विपिन राय की क्राइम कन्ट्रोल में रही महती भूमिका
-सुनील दत्त दूबे ने 100 से अधिक बच्चों का किया रेस्क्यू
-आशुतोष ओझा ने कोरान काल में किया सराहनीय कार्य
वाराणसी। उत्तर प्रदेश शासन ने वाराणसी के एसटीएफ इंसपेक्टर विपिन राय सहित इंसपेक्टर सुनील दूबे व आशुतोष ओझा का प्रमोशन करते हुए डिफ्टी एसपी बनाया है। शासन ने तीनों इंसपेक्टर को अपने कार्य के प्रति लगन, निष्ठा व ईमानदारी के लिए सम्मान स्वरूप प्रमोशन किया है। एसटीएफ इंसपेक्टर विपिन राय को उत्तराखण्ड सरकार द्वारा नेशनल यूथ आइकान एवार्ड सहित ट्रेनिंग पीरियड में ही गर्वनर द्वारा सम्मानित किया गया है।
जिला मऊ के भटौली, अमीला गांव के निवासी विपिन राय बैच 2001 मेे सब इंसपेक्टर के रूप में चयनित हुए। पूर्वाचंल के कानपुर, जौनपुर सहित वाराणसी के अधिकतर महत्पपूर्ण थानों पर थाना प्रभारी के रूप में क्राइम क्रन्ट्रोल में उनकी महती भूमिका रही है। अपने 20 वर्षो के सर्विस पीरिएड में समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों व सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी उन्हें प्रशस्ति पत्र व सम्मानित किया गया है। उनकी तमाम उपलब्धियों को देखते हुए शासन स्तर पर उन्हें प्रमोशन कर डिफ्टी एसपी बनाया गया।

दूसरे इंसपेक्टर आशुतोष ओझा वर्तमान में सिगरा के थाना प्रभारी है। श्री ओझा ने कोरोना पीरियड में असहायों को खाना पहुचानें के साथ क्राइम कन्ट्रोल में भी सराहनीय कार्य किया। जिसके लिए शासन स्तर पर उन्हें प्रमोशन कर डिफ्टी एसपी बनाया गया।

तीसरे इंसपेक्टर सुनील दत्त दूबे वर्तमान में मिर्जामुराद थाना प्रभारी है। उनकी भूमिका खोये हुए बच्चों को उनके माॅ-बाप से मिलाने में सदैव काबिले तारिफ रही है। जानकारी के मुताबिक अभी तक उन्होंने लगभग 100 से अधिक खाये हुए बच्चों का सफल रेस्क्यू कराने में अपनी उत्कृष्ठ सेवा दी है। जिसके लिए शासन ने उन्हें भी प्रमोशन कर डिफ्टी एसपी बनाया गया।