-सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से मांगी विधायकों की मांगी लिस्ट
-सुप्रीम कोर्ट आज सुबह 10.30 पर फिर करेगा सुनवाई
-कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने लगाया जोर
-टूट सकते है कांगे्रस के कुछ विधायक
नई दिल्ली। भाजपा जहां किसी भी सूरत में कर्नाटक में कुर्सी हथियाना चाहती हैं वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उसे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देना चाहती है। बुधवार को राज्यपाल द्वारा भाजपा को आफर दिए जाने के बाद कांग्रेस ने बिना समय गवाएं रात में ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया वैसे वहां से उसे कोई्र विशेष राहत तो नहीं मिली लेकिन वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा को कुछ देर के लिए ही सही लेकिन बड़ी राहत दे दी। कोर्ट ने येदियुरप्पा की शपथ पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है लेकिन वहीं सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से समर्थक विधायकों की लिस्ट भी मांगी है। साथ ही राज्यपाल को दिए गए समर्थन पत्र की भी मांग की है। सुप्रीम कोर्ट आज इस मामले में सुबह 10.30 बजे दोबारा सुनवाई करेगी।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के मंगलवार को त्रिशंकु परिणाम आने के बाद से कर्नाटक में महाभारत के आलम है। एक ओर जहां भाजपा किसी भी तरह से कांगे्रस व जेडीएस के असन्तुष्ट खेमों को पटाने में लगी है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस व जेडीएस अपने एमएलए को एक जुट करने में लगे हैं। भाजपा ने मंगलवार को ही सरकार के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। जबकि उसके पास 104 विधायक ही है और बहुमत के लिए उसे 112 का आकडा चाहिए। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात कर उन्हें 117 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा। इसमें 78 कांग्रेस, 37 जेडीएस, एक बसपा और एक निर्दलीय विधायक के हस्ताक्षर हैं, लेकिन बुधवार की शाम राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता भेज कर कांग्रेस व जेडीएस खेमा में खलबली मचा दी। आनन फानन में येदियुरप्पा आज सुबह 9 बजे सीएम पद की शपथ लेने की घोषणा भी कर दी। येदियुरप्पा को 15 दिन में बहुमत साबित करना होगा। अचानक बदले हालात को देखते हुए कांग्रेस इस मामले को लेकर बुधवार की देर रात में ही सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। अब देखना है कि आज सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में क्या परिणाम निकलता है।