कोरोना में रामबाण : 3 इन 1 नोजल इनहेलर और नोज वेपोराइजर मशीन

कोरोना में रामबाण : 3 इन 1 नोजल इनहेलर और नोज वेपोराइजर मशीन

हेल्थ डेस्क
-3 इन 1 स्टीम वाष्पीकरण
-नोज स्टीमर, खांसी स्टीमर
-ठंड और खांसी के लिए विशेष लाभकारी

नई दिल्ली। कोराना इन दिनों देश के तमाम हिस्सों में तेजी से पैर पसार रहा है। कोविड पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। चिंताजनक बात ये है कि कोरोना की दूसरी लहर पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले रही है। इसकी वजह से लोग परेशान हैं और बचाव के हर संभव उपाय कर रहे हैं। कोरोना काल में स्टीम को काफी प्रभावी माना जा रहा है। विशेषज्ञ भी इसे लेने की सलाह दे रहे हैं। अगर आप भी स्टीम ले रहे हैं तो स्टीम इन्हेलेशन से जुड़ी ये जानकारी आपके लिए काम की हो सकती है। आजकल अस्पतालों में भी कोविड मरीजों को स्टीम दिलवाई जा रही है। कोरोना से लड़ाई में डॉक्टर स्टीम इन्हेलेशन को काफी प्रभावी मान रहे हैं और कोरोना के मरीजों के अलावा इस महामारी से बचाव के लिए भी लोगों को नियमित रूप से कम से कम दो बार स्टीम लेने की सलाह दे रहे हैं।

वेपोराइजर से क्या होता है फायदा


दरअसल स्टीम नाक और गले में जाकर म्यूकस को पतला करके बाहर निकालने में मददगार होता है। इसके अलावा स्टीम लेते समय पानी में डाले जाने वाले तेल और हर्ब्स में एंटीमाइक्रोबियल होते हैं, जो शरीर में जाकर बैक्टीरिया और वायरस को मारने में असरकारी माने जाते हैं। हालांकि अब तक डब्ल्यूएचओ या डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की ओर से इस धारणा की पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन डॉक्टर कोरोना की जंग में स्टीम को काफी असरकारी मान रहे हैं। वैसे भी अभी कोरोना काल में यह आपके लिए बहुत ही उपयोगी है। आप अपने घर में नियमित लेते रहेंगे तो आपको हॉस्पिटल जाने की जरुरत भी नहीं पड़ेगी।
इसके साथ ही यदि आपको कोई एलेर्जी और फ्लु से परेशान है। जैसे की साँस लेने में तकलीफ हो। आपकी नाक बंद हो जाती हो। या फिर बार बार सर्दी की समस्या हो। खांसी की परेशानी हो। तो अब आप घर पर ही अपना इलाज कर सकते है। यह श्वसन रोगों की चिकित्सा, अरोमाथेरेपी, ठंडी नाक और गले के उपचार, ब्रोंकाइटिस, लैरींगाइटिस, हे फीवर, गठिया और अस्थमा के लिए उपयुक्त है।
चेहरे के स्टीमर का उपयोग सौंदर्य उद्देश्य के लिए किया जाता है। चेहरे, मालिश और सफाई के समय आप इसका उपयोग कर सकते हैं। वेपोराइजर क्लाॅग को साफ करने में मदद करता है और आपकी त्वचा को फिर से जीवंत करता है।


किन-किन चीजों से स्टीम लेना फायदेमंद हो सकता है


भाप लेने के लिए सबसे बेहतर है कि आप नीलगिरी के तेल का इस्तेमाल करें। इसे सर्दी, जुकाम, साइनस और फेफड़े की समस्या के लिए काफी प्रभावी माना जाता है। इसके लिए पानी में इसकी कुछ बूंदों को डालकर आप भाप ले सकते हैं। यदि नीलगिरी का तेल नहीं है तो आप नींबू या संतरे के छिलके, अदरक, अजवाइन, दालचीनी, टी-ट्री ऑयल या नीम की पत्तियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा कार्वोल प्लस कैप्सूल को पानी में डालकर भी भाप ली जा सकती है।
वेपोराइजर से भाप लेने का सही तरीका
स्टीम लेने के लिए आप एक बर्तन में पानी उबालें और उसमें उपर बताई गई कोई हर्ब या नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डाल दें। उसके बाद पानी को अच्छी तरह उबाल लें। फिर सिर पर तौलिया रखकर भाप लें। वैसे आजकल भाप लेने के लिए बाजार में स्टीमर मौजूद हैं। उनसे भाप लेने के लिए आपको इतनी मशक्कत भी नहीं करनी पड़ेगी और भाप भी अच्छी तरह मिल जाएगी। इसलिए बेहतर है कि आप स्टीमर का प्रयोग करें। इसके अलावा भाप लेने के बाद 15 से 20 मिनट तक किसी से बातचीत न करें।


एक दिन में कितनी बार लेना चाहिए भाप


विशेषज्ञों का मानना है कि रात को सोते समय और सुबह उठकर भाप जरूर लेनी चाहिए। उस समय शरीर में कफ का प्रकोप ज्यादा होता है। ऐसे में स्टीम लेने से गले और फेफड़ों में जमा कफ आसानी से बाहर निकल आता है। इसके अलावा दिन में भी एक बार भाप ले ली जाए तो अच्छा है। एक बार में कम से कम 10 से 15 मिनट भाप लेना ज्यादा फायदेमंद है।


सावधानी:


प्रारंभिक उपयोग के दौरान प्लास्टिक की गंध से बचने के लिए कंटेनर को गुनगुने पानी से धोने की सलाह दी जाती है।

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