
विजय श्रीवास्तव
-पहले 25 तक ही था यूपी के 17 जिलों में लाॅकडाउन
-दवाओं-मास्क की जमाखोरी करने वालों पर होगी कार्रवाई
-लॉकडाउन में जरुरी सेवाएं बाधित नहीं हांेगी
-मास्क लगाना जरूरी नहीं है, इससे दहशत फैलती है
-35 लाख श्रमिकों को एक-एक हजार रुपए भत्ता देने का काम शुरू
-किसी को कोई जरुरत है तो यूपी 112 पर सूचित करें
लखनऊ। देशभर में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होने के कारण यूपी सरकार ने अब लाकॅडाउन 25 मार्च से बढा कर 27 मार्च तक कर दिया है। जबकि अभी तक अभी तक केवल 17 जिलों में ही लॉकडाउन लागू था। जिसे अब बढ़ाकर 27 मार्च तक कर दिया गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यूपी के सभी जिलों को लॉकडाउन करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने दवाओं-मास्क की जमाखोरी व कालाबाजारी पर कडी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घबराहट पैदा करने की आवश्यकता नहीं है। कृपया मास्क के अनावश्यक उपयोग से बचें, हर किसी को मास्क की आवश्यकता नहीं है। अनावश्यक मास्क का उपयोग करके, हम तनाव बढ़ा रहे हैं। कल कोरोना वायरस के रोगियों के लिए कुछ एंटी-मलेरिया दवाओं को निर्धारित किया गया था, लेकिन मुझे पता चला है कि अचानक यह दवा बाजार से गायब है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यूपी से जुड़ी सभी सीमाओं को सील किया गया है। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे तो लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के साथ कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है। ये कदम प्रदेश के हित में उठाए जा रहे हैं। कर्फ्यू लगाया जाए या नहीं, ये डीएम तय करें। कोरोनावायरस के मद्देनजर सरकारी कर्मी तीन शिफ्ट में काम करेंगे। सरकारी कर्मियों की आधी संख्या कर दी गई है। आधे कर्मियों को कार्यालय जाने की इजाजत होगी। उन्हें अपना पहचान पत्र रखना होगा। एक समय में दो से ज्यादा लोग एक जगह पर नहीं खड़े होंगे। दवा की दुकानें खुली रहेंगी। भीड़भाड़ कतई न हो। सभी औद्योगिक, व्यापारिक व निजी या सार्वजनिक क्षेत्र के हों, विद्यालय हों, इनमें कार्यरत श्रमिकों को छुट्टी रहेगी। उनका वेतन नहीं काटेगा।
गौरतलब है कि यूपी में अब तक कोरोना संक्रमण के 34 मामले सामने आए है। सीएम ने कहा- किसी निजी कर्मचारी का वेतन न काटा जाऐ। सरकार पटरी दुकानदारों, मजदूरों के भरण पोषण एक करोड़ 65 लाख 35 हजार लोगों निशुल्क अनाज दे रही है। भरण पोषण भत्ते का इंतजाम किया गया है। 35 लाख श्रमिकों को एक-एक हजार रुपए भत्ता देने का काम शुरू हो गया है। रेहड़ी खोमचा वालों के लिए इंतजाम किया गया है। सावधानी ही 23 करोड़ की जनता के साथ सवा सौ करोड़ के लिए बचाव का तरीका है। किसी को कोई जरुरत है तो यूपी 112 पर सूचित करें। मास्क लगाना जरूरी नहीं है। इससे दहशत फैलती है।
यूपी में अब तक 34 मामले
अब तक प्रदेश में कोरोना के 34 केस सामने आए हैं। इनमें आगरा के 8, गाजियाबाद के 3, लखनऊ के 8, नोएडा में 8 और लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, वाराणसी, मुरादाबाद, कानपुर, शामली, जौनपुर में एक-एक मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, आगरा में सात, गाजियाबाद में दो और नोएडा व लखनऊ में 1-1 कुल 11 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रदेश में अब तक 447 लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं। जिनका सैंपल लिया गया है।