
क्राइम डेस्क
-कुल पांच लोगों की मौत, घर में एक खरगोश भी मरा मिला
-सुसाइड नोट में अपने साढू राकेश वर्मा को जिम्मेदार ठहराया
-दीवार पर पांच-पांच सौ के नोंट चस्पा कर लिखा, इससे करें अन्तिम संस्कार
लखनऊ। गाजियाबाद जिले मंे इंदिरापुरम के कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी में आज सुबह मंगलवार को उस समय अफरातफरी मच गयी जब एक घर से सुबह चार शव बरामद किए गए हैं। मृतकों में एक महिला, एक पुरुष, करीब 15 साल के एक बेटे और एक लड़की शामिल है। जबकि महिला ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पांच लोगों की मौत से पूरी सोसाइटी स्पब्ध है। वहीं घर में एक पालतू खरगोश भी मरा पाया गया है। पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर पूरे परिवार के आत्महत्या की आशंका जाहिर की है। इस दौरान एक सुसाइट नोट भी बरामद हुआ है जिसमें परिवार के मुखिया ने एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया है। इस घटना के पीछे वजह आर्थिक तंगी को माना जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक गुलशन वासुदेवा इंदिरापुरम की कृष्णा अपरा सफायर सोसायटी में पूरे परिवार के साथ आठवीं मंजिल पर रहता था। वह जींस बेचने का काम करता था। वह कलकत्ता में जींस भेजता था। परिवार के अलावा जिस एक महिला की मृत्यु अस्पताल में हुई, उसका नाम संजना हैं जोे घरेलू सहायिका बतायी जा रही है वह गुलशन वासुदेवा के कारोबार में प्रबंधक का काम देखती थी। यह जानकारी मृतकों के परिजनों की तरफ से दी गई है। हालांकि पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान इस संबंध में नहीं दिया है। जानकारी के मुताबिक जींस का पैसा उसका फंस गया था। जिससे वह काफी परेशान था।
घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया । सुसाइड नोट में राकेश वर्मा नाम के एक शख्स को जिम्मेदार ठहराया गया है। मृतकों में पुरुष का नाम वासुदेवा था। उनकी पत्नी का नाम परवीन वासुदेवा है। बेटे का नाम रितिक उम्र 15 साल, बेटी का नाम किट्टू है। दूसरी महिला का नाम संजना है। सूचना मिलने के बाद मौके पर एसएसपी सुधीर कुमार सिंह पहुंच चुके हैं। पुलिस इस घटना को आर्थिक तंगी से जोड़कर देख रही है। पुलिस मान रही है कि पहले दोनों बच्चों को मारा, फिर आत्महत्या कर ली। घर में पालतू खरगोश को भी खुदकुशी करने से पहले मार दिया गया।
दिल्ली के झिलमिल में रहने वाले मृतक के परिजन यहां पहुंच गए हैं। खुद को भाई बताने वाले हरीश का कहना है कि गुलशन जींस का कारोबार करता था। कारोबार में दो करोड़ का नुकसान हुआ था। उसके साढू ने धोखाधड़ी की है। साढू का नाम राकेश वर्मा है। उसका नाम सुसाइड नोट में लिखा गया है। सुसाइड वोट में सभी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
आत्महत्या करने वाले परिवार ने मरने से पहले घर की दीवार पर पांच – पांच सौ के कुछ नोट और चेक चस्पा कर दिया। सुसाइड नोट में लिखा गया है कि इन पैसों से पूरे परिवार का अंतिम संस्कार कर दिया जाए। उनकी आखिरी इच्छा है कि सभी शवों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाए।