-पांच दर्जन मौतों के बाद केन्द्र ने की पहल
गोरखपुर। पाच दर्जन मासूमों की जान के बाद अब केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने भी एक्शन के साथ ऐसी घटना फिर दोबारा न होने हो इसके लिए भी तैयारी शुरू कर दी है। जिसके तहत आज पहल करते हुए केन्द्र सरकार ने गोरखपुर में हर साल सैकड़ों बच्चों की मौत का सबब बनने वाले मस्तिष्क ज्वर पर गहन शोध के लिये एक ‘रीजनल वायरस रिसर्च सेंटर’ क्षेत्रीय वायरस अनुसंधान केन्द्रः स्थापित करने का निर्णय लिया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग पर गोरखपुर में मष्तिष्क ज्वर रोग पर गहराई से शोध के लिये एक ‘रीजनल वायरस रिसर्च सेंटर’ स्थापित किया जायेगा। केन्द्र सरकार इसके लिए 85 करोड़ रुपये देगी। उन्होंने कहा कि योगी इंसेफलाइटिस के उन्मूलन के लिये संवेदनशील हैं। उनके ही प्रयास से राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में इंसेफलाइटिस रोधी टीकाकरण को जोड़ा गया है। गोरखपुर में अनुसंधान केन्द्र बन जाने से इस बीमारी पर रोक लगाने में सफलता मिलेगी। यह केंद्र पूर्ण विकसित होगा जिससे बच्चों में होने वाले अन्य रोगों के निदान में भी मदद मिलेगी। मालूम हो इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस में गोरखपुर में पूर्णकालिक वायरस रिसर्च सेंटर की स्थापना की पुरजोर वकालत की थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि ‘‘पूर्वी उत्तर प्रदेश की बनावट ऐसी है कि हम संचारी रोगों से लड़ाई को तब तक नहीं जीत सकते जब तक यहां पूर्णकालिक वायरस रिसर्च सेंटर नहीं बन जाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर को एम्स दिया है लेकिन यहां पूर्णकालिक वायरस रिसर्च सेंटर भी होना चाहिये।’