सत्येन्द्र कुमार दूबे
-विद्युत विभाग की लापरवाही से हुई थी बच्चे की मौत
-सीओ त्रिपुरारी पाण्डेय ने मानवता की पेश की मिशाल
चन्दौली । अधिकतर पुलिस विभाग के प्रति लोंगो के मन में आक्रोश ही दिखता है। शायद सच्चाई भी यही है क्योंकि आये दिन पुलिस विभाग का वहीं रूप आमजन के बीच दिखता है लेकिन कभी-कभी जब यूपी पुलिस का एक दूसरा स्वरूप जो संवेदना व इंसानियत से सराबोर हो तो निश्चय ही पुलिस के उस मानवीय चेहरे को सलाम करने को मन करता है। कुछ इसी तरह का पुलिस विभाग का मानवीय चेहरा बुधवार को देखने को मिला। जब चंदौली में बिजली विभाग की लापरवाही से एक बच्चे की मौत हो गई थी। जिसपर उसके परिजन व स्थानीय लोंग वहां हंगामा करने लगे। हालात बिगड़ने की सूचना मिलने पर पहुंचे सीओ सदर त्रिपुरारी पाण्डेय खुद घटनास्थल पर बच्चे की अंधे नाना व नानी सहित उसके परिजनों के करूण कुदंन से द्रवित हो उठे। उन्होंने स्वंय आसूॅ पोछते हुए परिजनों को सन्तावना ही नहीं दी वरन् उन्होंने परिवार की आर्थिक मदद की, बल्कि खुद बच्चे को गोद मे उठाकर पोस्टमार्टम के लिए चल पड़े।
गौरतलब है कि मुगलसराय के चतुर्भुज इलाके में बिजली विभाग के लोग पेड़ कटवा रहे थे। लापरवाही के वजह से अचानक पेड़ पोल पर जा गिरा, जिससे पोल सामने स्थित दीवार पर जा गिरा। इससे दीवार भरभरा कर गिर गई। दीवार के मलबे में वहां से गुजर रहे पांच लोग चपेट में आने से दब गये। जिसमें करिया नामक 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। जबकि चार घायल हो गये। जिससे क्षुब्ध लोगों ने मुगलसराय चतुर्भुजपुर मार्ग पर करिया का शव रख कर जाम कर दिया। धरनारत लोग आलाधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ गए। सूचना मिलते ही सीओ सदर त्रिपुरारी पाण्डेय ने जब बच्चे के अंधे परिजनों को देखा तो खुद भावुक हो गए। उन्होंने परिजनों को समझाया और अपनी जेब से आर्थिक मदद की। यहां तक कि उन्होंने खुद शव को अपनी गोद मे उठाया और उसका पोस्टमार्टम कराने के लिए चल पड़े। पुलिस ने अज्ञात विद्युत कर्मचारियों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।