विधि रिपार्टर
-जस्टिस बोबडे 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्ति तक इस पद पर रहेंगे
-अयोध्या मामले में फैसला देने वाली पीठ में शामिल रहे
-अप्रैल 2013 में जस्टिस बोबडे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने
नई दिल्ली। देश के 47 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस शरद अरविंद बोबडे आज सोमवार को पर शपथ लिया। जिन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद की गोपनीयता की शपथ दिलायी। श्री बोबडे 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्त होंगे। जस्टिस बोबडे अयोध्या रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में फैसला देने वाले पांच जजों के संविधान पीठ में शामिल रहे।
गौरतलब है कि जस्टिस बोबडे ने 1978 में नागपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल करने के बाद बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र में नामांकन दर्ज किया। उन्होंने 21 साल तक बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में प्रैक्टिस की। उन्हें 1998 में वरिष्ठ वकील के रूप में नामित किया गया और बाद में मार्च 2000 में बॉम्बे उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। जस्टिस शरद अरविंद बोबडे निजता के अधिकार के लिए गठित सात जजों की संविधान पीठ में भी शामिल रहे थे। वे आधार को लेकर उस बेंच में भी रहे जिसने कहा था कि जिन लोगों के पास आधार नहीं है उन्हें सुविधाओं से वंचित नहीं किया जा सकता है |