
विजय श्रीवास्तव
-दो वर्ष बाद तिब्बती संस्थान के स्वर्ण जयन्ती समारोह में करेंगे शिरकत
-सुरक्षा की चाक चैबन्द व्यवस्था
– दो दिवसीय सेमीनार मंे शामिल होंगे 200 से अधिक देश-विदेश के विद्धान
वाराणसी। भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ में तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरू परम पावन दलाईलामा का पदार्पण कल यानि गुरूवार को हो रहा है। वह केन्द्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाले स्वर्णजयन्ती समारोह में शिरकत करेंगे। वे यहां दो दिवसीय अन्तर्राष्टीय सेमीनार में जहां भाग लेंगे वहीं स्वर्णजयन्ती समारोह का उदघाटन करेंगे। परम पावन के आगमन के दृष्टिगत जहां तिब्बती संस्थान को विधिवत सजाया गया है वहीं कई तोरण द्वार बनाये गये हैं।
परम पावन दलाई लामा के आगमन के दृष्टिगत आज तिब्बती संस्थान में संस्थान के निदेशक प्रो. नवांग समतेन ने प्रेस कान्फें्रस में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि परम पावन दलाईलामा कल यानि 29 दिसम्बर गुरूवार को अपराह्न 2 बजे आयेंगे। वे जहां 30 व 31 दिसम्बर को दो दिवसीय सेमीनार में शिरकत करेंगे वहीं 1 जनवरी को संस्थान के पूरे पचास वर्ष होने के उपलक्ष्य में स्वर्ण जयन्ती समारोह में भाग लंेगे। इसके साथ वे 2 दिसम्बर को यहां से प्रस्थान करेंगे। दलाईलामा संस्थान में अपने आवास में रहेंगे। घुटने में शिकायत के चलते उनके आवास में लिफ्ट की व्यवस्था भी की गयी है। उनके आगमन के दृृष्टिगत पूरे परिसर को सजाया गया है। संस्थान में जगह-जगह तिब्बती पारम्परिक रंगोंली बनायी गयी है। चीन से होने वाले खतरें को देखते हुए उनके सुरक्षा की कडी व्यवस्था की गयी है। सुरक्षा एजेंन्सियों ने परिसर में डेरा डंडा डाल दिया है। उनके आगमन के चलते बौद्ध धर्मावलम्बियों को आने का क्रम जोरों पर हैं।