राजनीतिक डेस्क
-अपना दल व अभासपा के भी तेवर सख्त
-नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर बगावत
नई दिल्ली। जैसे-जैसे लोकसभा का चुनाव करीब आ रहा है, वैसे-वैसे साढे चार साल गले में हाथ डाले घटक दल अपना तेवर दिखाने लगे हैं। आज जहां भाजपा एक नया धमाका कर गरीब सवर्ण मतदाताओं को रिझाने के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा कर अभी खुलकर खुशियाॅ भी नहीं मना पायी थी कि आज उनके एक साथी दल ने समर्थन वापस लेने की घोषणा कर भाजपा को जोरदार झटका दिया है। नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर सोमवार को असम की भाजपा नीत सरकार से असम गण परिषद (एजीपी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। अभी दो और पार्टिया अपना दल व अभासपा ने भी बगावत के सुर अलाप रखे है। जो कभी भी भाजपा का साथ छोड सकते हैं।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर असम गण परिषद अलग रूख अख्तियार कर रखी थी। जिसको लेकर कई बार भाजपा के साथ बैठक भी हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला। आखिरकार सोमवार को असम की भाजपा नीत सरकार से असम गण परिषद (एजीपी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया। आज मीडिया से बातचीत में असम गण परिषद के अध्यक्ष और मंत्री अतुल बोरा ने कहा कि एजीपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से इस मुद्दे पर मुलाकात की थी। ‘हमने इस विधेयक को पारित नहीं कराने के लिए केंद्र को मनाने के लिए आज आखिरी कोशिश की, लेकिन राजनाथ सिंह ने हमसे स्पष्ट कहा कि वह लोकसभा में मंगलवार को बिल पारित कराया जाएगा। अब ऐसे में गठबंधन में बने रहने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। इसके बाद समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया गया।