
विजय श्रीवास्तव
– वाराणसी में 936.95 करोड़ रुपये की 33 योजनाओं का दिया तोहफा
-चार वर्ष पहले कचरा-गंदगी, खराब सड़कें, खंबों से लटकते तार, जाम से पूरा शहर था परेशान
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से जहां लगभग 1000 करोड़ रूपये की योजनाओं का शिलान्यास किया वहीं अपने चार वर्ष के उपलब्धियों को भी गिनाया। आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे शिलान्यास करने के बाद वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ने विपक्ष पर जोरदार हमला किया। मोदी अपने 13वें दौरे में अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को 936.95 करोड़ रुपये की 33 योजनाओं का तोहफा दिया। पीएम ने 449.29 करोड़ रुपये की 21 योजनाओं का लोकार्पण और 487.66 करोड़ रुपये की 12 योजनाओं का शिलान्यास किया।
राजातालाब में सार्वजनिक सभा का सम्बोधन भी पीएम मोदी ने आजमगढ की तरह से भोजपुरी भाषा में किया जिसपर उपस्थित लोंगो ने हर-हर महादेव के उद्घोष से दिया। इस दोैरान मोदी ने कहा कि आज न्यू इंडिया के लिए एक नए बनारस का निर्माण हो रहा है, जिसकी आत्मा तो पुरातन ही होगी लेकिन काया नवीनतम होगी। जिसमें आध्यात्म भी होगा और आधुनिकता भी होगी। जहां के कण-कण में संस्कृति और संस्कार होंगे लेकिन व्यवस्थाएं स्मार्ट होगी।
उन्होंने कहा कि आज वाराणसी में जो भी काम हो रहा है वह स्थायी व्यवस्था के तहत हो रहा है। जिससे उसका लाभ कम से 15 वर्ष तक मिलता रहे। निश्चय ही ऐसे काम में समय लगता है लेकिन आने वाले दिनों में काशीवासियों को चारो तरफ विकास दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि यहां इंटिग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर पर तेजी से काम चल रहा है। पूरे शहर के प्रशासन का, पब्लिक सुविधाओं का नियंत्रण यहीं से होने वाला है।
उन्होंने पूर्व सरकारों को आडे हाथों लेते हुए कहा कि हमें चार वर्ष पहले का वो समय भी नहीं भूलना चाहिए, जब वाराणसी की व्यवस्थाएं संकट में थीं। हर तरफ कचरा-गंदगी, खराब सड़कें, ओवरफ्लो होता सीवर, खंबों से लटकते तार, जाम से पूरा शहर परेशान रहता था। उन्होंने कहा कि चार वर्ष के दौरान काशी में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है और यह सिलसिला जारी रहेगा। 2014 के बाद हमारे सामने कई चुनौतियां थीं। पहले की प्रदेश सरकार से काशी के विकास में सहयोग तो मिलता नहीं था, उल्टे बाधाएं उत्पन्न की जाती थीं।