
– न्यूनतम राशि से कम रखने पर बैंक वसूलता है जुर्माना
-1.23 करोड़ बचत खाताधारकों से बैंक ने ली जुर्माना राशि
-ग्रामीण इलाकों के खाताधारकों पर 100 रुपए की है पेनल्टी
– शहरी खाताधारकों के लिए जुर्माने की राशि 200-250 रुपए
नई दिल्ली। विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे लोग जहां बैंको का करोडों रूपये का चुना लगा कर विदेशों में ऐश रहे है वहीं दूसरी ओर ये बैंक मेहनत की कमाई करने वाले गरीब उपभोक्ताओं से पैसा वसूलने में लगी हैं। 2014 के चुनाव के बाद देश की जनता अपने खाते में 15 लाख रूपये का इन्तजारी करती रही कि इसी बीच उसके खातें में पैसा आने की कौन कहे बैंको ने मिनिमम बैंलेश के नाम पर जुर्माना वसूला शुरू कर दिया। पंजाब नेशनल बैंक ने पिछले वित्त वर्ष (2017-18) में अपने ग्राहकों से मिनिमम बैंलेश के नाम पर 151.66 करोड़ रुपए की पेनल्टी वसूली।
सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में पीएनबी बैंक ने आंकड़े दिए। बैंक ने वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 31.99 करोड़, दूसरी तिमाही में 29.43 करोड़, तीसरे क्वार्टर में 37.27 करोड़ और आखिरी तीन महीनों (जनवरी-मार्च) में 52.97 लाख रुपए जुर्माना लिया। ये मिनिमम बैलेंस नहीं रखने वाले 1.23 करोड़ बचत खाताधारकों से बैंक ने ये राशि ली। ये 1 करोड 23 लाख लोग अमीर नहीं होंगे। मेहनत करने वाले गरीब व ग्रामीण क्षेत्र की रोजी रोटी के लिए संर्घष करती हुई जनता होगी। जिनके खातों से इस बैंक ने 155 करोड रूपये वसूल लिए।
पीएबी तिमाही आधार पर औसत न्यूनतम राशि की गणना करता है। हर दिन क्लोजिंग पर खाते में न्यूनतम राशि होनी चाहिए। ग्रामीण इलाकों में बचत खाते पर न्यूनमत बैलेंस राशि 1,000 रुपए है, जो पहले 500 रुपए थी। इससे कम होने पर उसका 100 रूपये बैंक जुर्माना वसूल लेता है। वहीं शहरी इलाकों में बचत खाताधारकों को कम से कम 2,000 रुपए रखने होते हैं। पहले ये लिमिट 1,000 रुपए थी। अगर ग्राहक मिनिमम बैलेंस नहीं करते और राशि 500 या उससे नीचे रहती है तो बैंक तीन महीने की गणना के आधार पर 200 वसूली करता है। जबकि मेट्रों शहरों के लिए यह राशि 250 रूपये है।
यह स्थिति केवल पीएनबी की ही नहीं वरन् लगभग हर बैंक की है। एक ओर सरकार करोडों की संख्या मंे लोंगो के खाते खुलवाने का दंभ भरती है वहीं दूसरी ओर इनके खातों से मिनिमम बैंलेश, एटीएम व अन्य सुविधाओं के नाम पर जोरदार वसूलने में भी लगी है।