पीएम मोदी ने किया 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान, नये नियमों के साथ 18 मई से लागू होगा लाॅकडाउन-4

विजय श्रीवास्तव
-इकोनॉमी को सुपर बूस्टर साबित होगा पैकेज: पीएम मोदी
-भारत की जीडीपी का करीब 10 फीसदी हिस्सा है: पीएम मोदी
-कोरोना से लड़ने के लिए आत्मनिर्भर बनना जरूरी, हमें लोकल प्रोडक्ट्स को अपनाना होगा: मोदी
-लॉकडाउन के बीच 33 मिनट का पाचंवा पीएम मोदी का देश को संबोधन

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 20 लाख करोड़ रुपये के बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। मोदी ने इसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज नाम दिया है। उन्होंने कहा कि इससे देश का हर वर्ग मजबूत होगा। इस दौरान पीएम ने भारत के 5 पिलर्स का जिक्र करते हुए कहा कि इससे देश आत्मनिर्भर ही नहीं बनेगा वरन् एक बार फिर महाशक्ति के रूप में उभर कर सामने आयेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन-4 एक बार फिर नये नियमों व स्वरूपों में लागू होगा।


मंगलवार की रात 8 बजे देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट की वजह से सबकुछ बंद हैं, पीएम मोदी ने बताया कि इस पैकेज में वित्त मंत्री और आरबीआई के द्वारा पहले किए गए राहत के ऐलान भी जुड़े हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज भारत की जीडीपी का करीब 10 फीसदी हिस्सा है, इन सबके के जरिये देश के विभिन्न वर्गों और आर्थिक कड़ियों को जोड़ने में बल मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा।
पीएम मोदी ने कहा एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट न देखा है, न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय है। यह क्राइसिस अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। इस दौरान पीएम ने भारत के 5 पिलर्स का जिक्र किया। उन्होंने कहा, भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 5 पिलर हैं, जो इस प्रकार हैं।
पहला (इकोनॉमी)- जो क्वांटम जंप लाए।
दूसरा (इंफ्रास्ट्रक्चर)- जो आधुनिक भारत की पहचान है।
तीसरा (सिस्टम)- जो बीती शताब्दी की रीति नीति नहीं, बल्कि 21वीं सदी के सपने को साकार करने वाली तकनीक पर आधारित हो।
चैथा (डेमोग्राफी)- डेमोग्राफी, जो हमारी ताकत है, ऊर्जा का स्त्रोत है।
पांचवां (डिमांड)- डिमांड और सप्लाई का जो चक्र है वो हमारी ताकत है, उसे पूरी क्षमता के साथ इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।


उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौर में भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश बन गया है, जिसने अपनी जीडीपी का 10प्रतिशत या उससे ज्यादा हिस्सा आर्थिक पैकेज के तौर पर दिया है। उन्होंनेे कहा कि इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दुःखद मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।

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