-पाकिस्तान से भारत में आयात होने वाले सभी सामान पर सीमाशुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत
-इंटरनेशनल प्रेसर के लिए भी भारत प्रयासरत
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए पाक समर्थित आतंकवादियों द्धारा आत्मघाती दस्तों से 40 जवानों की शहादत को लेकर अब भारत सरकार ने भी मोर्चा खोल दिया है। केन्द्र सरकार ने पाकिस्तान के ऊपर हर तरह का दवाब बनाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सरकार ने अपना पहला इंटरनल मास्टर स्ट्रोक चलते हुए पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मीरवाइज उमर फारुक समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ल ली है। भारत सरकार ने शनिवार को एक और कड़ा कदम उठाते हुये पाकिस्तान से आयातित होने वाले सभी सामानों पर सीमाशुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया। यानि पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस लिये जाने के बाद वहां से आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर 200 फीसदी का सीमा शुल्क तत्काल रूप से लागू हो गया है। इसकी घोषणा वित्त मंत्री अरूण जेटली कर दी है।
गौरतलब है कि पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ के एक काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसको लेकर पूरे भारत सहित विश्व के कई देशों में जबरस्त आक्रोश व्याप्त है। सरकार पर इस बात का दवाब बन रहा था कि जम्मू-कश्मीर में अलगाव संगठनों के सुरक्षा के बावत अच्छी खासी रकम खर्च की जा रही है जिसे तत्काल बन्द की जाए। इसको लेकर मोदी सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए मीरवाइज उमर फारूक सहित पांच और नेताओं की सुरक्षा वापस ले गयी है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यह कदम पुलवामा आतंकी हमले के बाद उठाया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक फारूक के अलावा इन नेताओं में शबीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी भट शामिल हैं।
इसके अलावा हमले के बाद अब भारत सरकार ने शनिवार को एक और कड़ा कदम उठाते हुये पाकिस्तान से आयातित होने वाले सभी सामानों पर सीमाशुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया। पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस लिये जाने के बाद वहां से आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर 200 फीसदी का सीमा शुल्क तत्काल रूप से लागू हो गया है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने दी है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा कि ‘पुलवामा की घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से व्यापार के लिहाज से सबसे तरजीही देश का दर्जा वापस ले लिया है। इसके बाद पाकिस्तान से भारत में आयात किए जाने वाले सभी तरह के सामान पर सीमाशुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया है। सीमाशुल्क बढ़ने से पाकिस्तान से भारत को किया जाने वाले निर्यात पर काफी बुरा असर पड़ेगा।