-बुधवार को बैठक में बसपा की बैठक में लगी मुहर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा से करारी शिकस्त मिलने के बाद से बहुजन समाज पार्टी में बेचैनी है। अपने बजूद की लड़ाई के प्रयास रत पार्टी इस बार उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में होने वाले नगर निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है। पार्टी का मानना है कि इससे पार्टी का एक बार फिर से जनाधार मजबूत होगा और उसे नयी संजीवनी मिलेगी।
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में परायज के बाद से बीएसपी लगातार अपने हार पर मंथन कर रही है। पार्टी एक बार फिर जनता के बीच अपने जनाधार मजबूत करने के दृष्टिगत बुधवार को हुई बैठक में यह तय किया गया कि, बीएसपी शहरी निकाय चुनाव में भी प्रत्याशी उतारेगी।शहरी निकायों के चुनाव भी पार्टी के सिंबल पर लड़े जाएंगे। जबकि इससे पहले बीएसपी निकाय चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं घोषित करती थी। बुधवार को हुई बैठक में मायावती, उनके भाई व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार, सतीश चंद्र मिश्र आदि लोग मौजूद रहे। इस बैठक में यूपी व उत्तराखण्ड के पदाधिकारी भी शामिल हुए।
सुश्री मायावती के इस निर्णय पर बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा उन्हें कोई प्रधानी के चुनाव में भी वोट नहीं करेगा। मायावती की राजनीति खत्म हो चुकी है। वो अब चाहे निकाय चुनाव लडें या गांवों में प्रधानी का चुनाव उन्हें कोई वोट नहीं देने वाला।