
विजय श्रीवास्तव
-पीएम मोदी ने 2100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं जनता को किया समर्पित
-ईमानदारी और शक्ति से काम कर रही डबल इंजन की सरकार
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को अपने वाराणसी का दौरे के समय पिंडरा के करखियांव में जनसभा में विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्षियों के सिलेबस में सिर्फ माफियावाद है। इस दौरै पर पीएम मोदी ने 2100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं लोगों को समर्पित कीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पिंडरा के करखियांव में अमूल प्लांट की आधारशिला रखने के साथ ही 2100 करोड़ रुपये की 27 परियोजनाएं अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को समर्पित की। इसके साथ ही उन्हांने कई परियोजनाओं को भी जनता को समर्पित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षियों को कटघरें में खडा करते हुए कहा कि गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है। हमारे यहां गाय की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। उन्होंने कहा कि गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, लेकिन हमारे लिए गाय माता है, पूजनीय है।
पीएम ने विपक्षियों को कटघरें में खडा करते हुए कहा कि मैं जब काशी के, यूपी के विकास में, डबल इंजन की डबल शक्ति की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट ज्यादा ही हो जाता है। ये वो लोग हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश को सिर्फ जाति, मजहब, पंथ, के चश्मे से ही देखा।
पीएम ने कहा कि आज भारत हर वर्ष लगभग साढ़े 8 लाख करोड़ रुपये का दूध उत्पादन करता है। ये राशि जितना भारत में गेहूं और चावल का उत्पादन होता है, उसकी कीमत से भी कहीं ज्यादा है। भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में आज यहां बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि 6-7 वर्षों में दूध उत्पादन लगभग 45 फीसदी बढ़ा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया का लगभग 22 फीसदी दूध उत्पादन करता है। मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ईमानदारी और शक्ति से किसानों और पशुपालकों का साथ दे रही है। आज यहां जो बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है, वो भी सरकार और सहकार की इसी भागीदारी का प्रमाण है।
आज देश की सबसे बड़ी जरूरत डेयरी सेक्टर से निकलने वाले पशुओं के अपशिष्ट को सही इस्तेमाल करने की भी है। रामनगर के दूध प्लांट के पास बायोगैस से बिजली बनाने वाले प्लांट का निर्माण ऐसा ही एक बहुत बड़ा प्रयास है। एक समय था, जब भारत में प्राकृतिक खेती होती थी। जो खेत से मिल रहा है, खेती में जुड़े पशुओं से मिल रहा है, वही तत्व खेती को बढ़ाने के काम आते थे। लेकिन समय के साथ प्राकृतिक खेती का दायरा सिमटता गया।
उन्होनें कहा कि गांवों को, किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, उन्हें अवैध कब्जे से चिंता मुक्त करने में स्वामित्व योजना की बहुत बड़ी भूमिका है। यूपी के 75 जिलों में 23 लाख से अधिक घरौनी तैयार हो चुकी हैं। इसमें से करीब 21 लाख परिवारों को आज ये दस्तावेज दिए गए हैं।
पुरातन पहचान को बनाए रखते हुए हमारे शहर नूतन काया कैसे धारण कर सकते हैं, ये काशी में दिख रहा है। आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण हुआ है, वो ’भव्य काशी-दिव्य काशी’ अभियान को और गति देंगे।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश के मंत्री अनिल राजभर सहित हजारों लोगों उपस्थित रहे।