-लॉन्च किया एक डोर टू डोर अभियान
– रोजाना पांच लाख घरों तक पहुंच रहा अखिलेश का सन्देश
लखनऊ। यूपी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए हर पार्टी पुरजोर कोशिश कर रही है। इसके लिए हर पार्टी का एक-एक मतदाता को अपने तरफ मोड़ने के लिए हर उम्मीदवार दर्जनों की ंसंख्या में टीम बना कर अपने़-अपने क्षेत्र में उतार दिया है। इस बीच सपा-कांग्रेस गठबंधन ने एक अमोघ शस़्त्र छोड़ दिया है। उनका यह दांव कितना निशाने पर लगेगा यह तो 11 मार्च को पता चलेगा लेकिन उसके इस दांव से वह कुछ हद तक अपनी बात सीधे जनता तक पहुचाने में सफल होंगे।
यूपी चुनाव में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने एक नया दांव चला है। जिसके तहत जनता के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए गठबंधन ने एक विस्तृत ‘डोर टू डोर अभियान’ लॉन्च किया है। इस अभियान के जरिए गठबंधन का सन्देश रोजाना पांच लाख घरों तक पहुंचाया जा रहा है। यूपी चुनाव के अंतर्गत गठबंधन के स्वयंसेवकों द्वारा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अखिलेश का सन्देश रोजाना पांच लाख घरों तक पहुँचाया जा रहा है। सन्देश को पहुंचाने के लिए वालेंटियरों द्वारा एक विस्तृत डोर टू डोर अभियान चलाया जा रहा है।
अभियान के अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा में 70-100 स्वयंसेवक घर-घर तक जा रहे हैं और लोगों से मिलकर ‘प्रगति के दस कदम’ (कैलेण्डर और पॉकेट कैलेंडर जिसमें समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन की दस प्रमुख प्राथमिकताओं को लिखा गया है) के जरिये अखिलेश का सन्देश हर घर तक पहुंचा रहे हैं। इस तरह अब तक अखिलेश का सन्देश रोजाना पांच लाख घरों तक पहुंच रहा है। यह सभी वालेंटियर सफेद रंग की टी शर्ट पहनते हैं जिसके पीछे गठबंधन का नारा ‘यूपी को ये साथ पसंद है’ लिखा रहता है। सपा-कांग्रेस गठबंधन द्वारा ‘प्रगति के दस कदम’ कैलेण्डर के साथ एक सकारात्मक अभियान चलाया जा रहा है।