
-कांग्रेस के उप्र ईकाई के अध्यक्ष अजय कुमार सिंह लल्लू का सीधा आरोप
-कहा, जिलों की बोली लग रही है, सर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी है सरकार
लखनऊ। यूपी में नये वर्ष में लगातार हो रहे हर विभागों में जोरदार तबादले से आज कांग्रेस ने यूपी के योगी सरकार को निशाने पर लिया है। आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस ईकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के पुलिस महकमे में जिले के जिले खरीदे और बेंचे जा रहे हैं। उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि यह सिर्फ पुलिस विभाग का मसला नहीं है बल्कि पूरी सरकार घुसखोरी और भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आज संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आज प्रदेश के पुलिस महकमे में जिले के जिले खरीदे और बेंचे जा रहे हैं। आज बल्कि पूरी सरकार घूसखोरी और भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है। श्री यादव ने कहा कि गौतमबुद्धनगर के पुलिस कप्तान वैभव कृष्ण की रिपोर्ट में साफ कहा है। अपने 5 पेज की रिपोर्ट मंे वैभव ने महकमे में भ्रष्टाचार और घूसखोरी का क्या आलम है, उसको बयां कर रही है। उन्होनंे पूछा कि मुख्यमंत्री जी कहां हैं? उनको सामने आकर यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर प्रदेश में क्या चल रहा है? आज पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार और घूसखोरी से परेशान है। हर विभाग में इस तरह की शिकायत रोजाना आतीं रहतीं है। प्रदेश के हर विभाग में भ्रष्टाचार और घूसखोरी का खेल चल रहा है। पूरे प्रदेश में आम जनता योगी आदित्यनाथ की सरकार के भ्रष्टाचार और घूसखोरी से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि एक अपराधी जिस पर गैंगेस्टर लगा हो, जो फिरौती वसूलता हो वह पुलिस महकमे में ट्रान्सफर-पोस्टिंग करा रहा है। इससे यह भी साबित होता है कि अपराधियों का इस सरकार से रिश्ता क्या है। मुझे यकीन है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो तो कई बड़े लोग बेनकाब होंगे और इस सरकार की कलई खुल जाएगी। आज प्रदेश के हर विभाग की न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि आम जनता को भ्रष्टाचार और घूसखोरी से राहत मिल सके। आज हर विभाग में इस तरह की शिकायत रोजाना आतीं रहतीं हैं।
गौरतलब है कि दरअसल, नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने डीजीपी को पत्र लिखकर 5 आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं। डीजीपी और अपर मुख्य सचिव गृह को सौंपी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए वैभव कृष्ण ने कहा है कि उन्होंने पत्रकारिता के नाम पर संगठित गिरोह चलाने वाले कथित पत्रकार उदित गोयल, सुशील पंडित और चंदन राय को जेल भेजा था, इसी मामले में लखनऊ के नितीश शुक्ला के खिलाफ भी कार्रवाई हुई थी। वैभव कृष्ण के मुताबिक, जेल में बंद पत्रकार चंदन राय की आइपीएस अजयपाल शर्मा, आइपीएस सुधीर सिंह, आइपीएस हिमांशु कुमार, आइपीएस राजीवनारायण मिश्रा और आइपीएस गणेश साहा के साथ ट्रांसफर-पोस्टिग को लेकर की गई बातचीत और वाट्सएप चैटिंग जांच में सामने आई थी। उसी समय से मेरे खिलाफ लगातार साजिश हो रही है। अब निजी स्तर पर बदनाम करने के लिए फेक वीडियो वायरल कराए जा रहे हैं।