-सीएम योगी ने किया अपना दल (एस) की रैली को सम्बोधित
-बरसात के चलते नहीं गये पीएम गोद लिए गांव ककरहिया
-बरसात ने जिला प्रशासन की कलई खोली, कई स्थानों पर जलजमाव
वाराणसी। सीएम योगी आदित्यनाथ का दूसरा दौरा जिला प्रशासन के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं रहा। बरसात ने जिला प्रशासन की कलई पूरी तरह से खोल दी। सर्किट हाउस में भी योगी ने अधिकारियों को खरी खोटी ही सुनायी। समीक्षा बैठक व आईएमए में आयोजित कार्यक्रम से पत्रकारों को दूर रखने पर पत्रकारों में रोष दिखा।
गौरतलब है कि आज रविवार को वाराणसी में अपना दल के संस्थापक सोने लाल पटेल के 65 वीं जयन्ती पर अपना दल (एस) की ओर से आयोजित स्वाभिमान रैली में मुख्यअतिथि बतौर योगी आदित्यनाथ वाराणसी पधारे थे। उक्त अवसर पर योगी ने कहा कि ‘जो सपना सोनेलाल पटेल ने देखा था उनकी पुत्री अनुप्रिया पटेल ने साकार कर दिया है। मैं बधाई देता हूं कि अपना दल कांग्रेस के राष्ट्रीय पार्टी के पहचान को भी छीन रही है। अभी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के 2 सांसद हैं। अगर भगवान भोले नाथ की कृपा रहेगी तो अगली बार कांग्रेस के एक भी सांसद नहीं रहेंगे। इसी तरह कांग्रेस के 7 विधायक हैं लेकिन अपना दल के 9 विधायक हैं। अनुप्रिया पटेल इसके लिए बधाई की पात्र हैं।‘ रैली में मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं।
उन्होंने कहा कि हमने 100 दिन के अंदर रिपोर्ट कार्ड पेश किया। हमने एक प्रयास किया जो कि आपके सामने है। यूपी की सरकार गरीब, किसान, नौजवानों को समर्पित है। कहा कि केन्द्र सरकार कालाबाजारी का अंत करने के लिए संकल्पित है। अब जीएसटी से कालाबाजारी ाक अंत हो जायेगा। उन्हेांने कहा कि अब प्रदेश परिवार से उबर चुका है और तेजी से विकास कर रहा है। मोदी जी की सरकार सबका साथ-सबका विकास के एजेंडे पर काम कर रही है।
हमें आप सब को मिलकर सोचना चाहिए कि देश में प्रदेश में किसानों की आय कैसे अच्छी की जाए। जितना अन्न उत्पादन हो रहा है उसका चार गुना उत्पादन करने की क्षमता यूपी की धरती में है। आप सबको उस दिशा में काम करना है।
इससे पूर्व सीएम योगी आज सुबह राजकीय विमान से 11 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से सीधे वे सर्किट हाउस पहंुचे। जहां अधिकारियों संग विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस दौरान उन्हेांने पेयजल समस्या पर अधिकारियो को आड़े हाथों लिया। समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में मियाद पूरी होने बाद भी अधूरे पड़े विकास कार्यक्रमों को लेकर सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई। उसके बाद सीएम थोड़ी देर के लिए ककरहिया गांव पहुुंचे जहां उन्हेांने सोलर पंखे व यूनिफार्म बेंचे। इसके बाद वे आईएमए पहुंचे जहां सभागार में मीडियाकर्मियों को अन्दर नहीं जाने दिया गया। समीक्षा बैठक से भी पत्रकारों को दूर रखा गया जिससे पत्रकारों में काफी रोष दिखा।