-1.21 लाख किमी के सापेक्ष हो सकी मात्र 74 हजार किमी की सड़क गढ्ढा मुक्त
-कोई भी विभाग नहीं कर सका पूरा लक्ष्य
-सिचाई विभाग ने शुरू की नहीं किया काम
लखनऊ। यूपी सरकार का 15 जून तक सड़कों को गढ्ढा मुक्त करने दावा पूरा नहीं हो सका। अगर सरकारी दावों की बात की जाये तो लगभग 60 प्रतिशत ही लक्ष्य पूरा हो सका। अगर सरकार को लक्ष्य पूरा करना है तो सरकारी खाका के अनुसार उसे 24 घंटे में 47 हजार किमी सड़कें बनानी होगी जो असंभव है। यूपी के समस्त विभागों ने 1.21 लाख किमी के सापेक्ष मात्र 74000 किमी ही सड़कें बना सके। कुछ विभागों ने संतोष जनक तो सिचाई विभाग ने तो काम ही नहीं शुरू किया।
प्राप्त आकड़ों की बात की जाये तो पीडब्लूडी ने अब तक 6800 किलोमीटर सड़कें बनायी जबकि उसे 85 हजार किमी सड़कें बनाने का लक्ष्य दिया गया था। नगर निगम ने मात्र 17 प्रतिशत ही सड़क बना सका अर्थात नगर निगम ने केवल 1116 किमी सड़कों को ठीक करा सका। गन्ना विभाग 3716 के सापेक्ष 465 किमी ही सड़क बना सका। मंडी परिषद 10193 के सापेक्ष 2090 किमी ही सड़क बना सका।
आश्चर्य की बात यह रही कि सिंचाई विभाग पर योगी आदित्यनाथ के फरमान का कोई असर नहीं हुआ और सिचाई विभाग ने अभी तक काम ही नहीं शुरू किया। पंचायतीराज विभाग 3890 के सापेक्ष मात्र 390 किमी की सड़के बनाई। एनएचएआई ने 60 किमी के सापेक्ष 50 किमी सड़कें ठीक कीं। राष्ट्रीय राजमार्ग ने 189 के सापेक्ष 133 किमी सड़कें ही बनाई। पीडब्लूडी के अलावा आधा दर्जन विभाग गड्ढा मुक्त में पूरी तरह से असफल रहे। 4500 करोड़ से यूपी की सड़कों को होना था गड्ढा मुक्त लेकिन विभागों के पास केवल 20 प्रतिशत ही धनराशि उपलब्ध थी। विभागों की मानें तो धन की उपलब्धता कम होने के कारण भी लक्ष्य पूरा करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।