-शिक्षामित्रों का प्रतिनिधि मंडल रामपुर में राज्यपाल से मिला
लखनऊ। शिक्षामित्रों के समायोजन के मामले पर अब उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ से बात करेंगे। रविवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन रद्द होने के बाद से शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधि मंडल रामपुर में राज्यपाल राम नाईक से मिला और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने शिक्षामित्रों को कानून बनाकर सहायक अध्यापक बनाने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्यपाल ने भी शिक्षामित्रों को इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया है। साथ ही शिक्षामित्रों से किसी भी तरह की हिंसा न करने की अपील की। गौरतलब है कि शिक्षामित्रों का समायोजन होने के बाद से प्रदेशभर में शिक्षामित्र आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सैय्यद जावेद मियां के नेतृत्व में पांच शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस लाइन में राज्यपाल राम नाईक से मिला।
प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से प्रदेश के 1.72 लाख शिक्षामित्रों का भविष्य अंधेरे में चला गया है। उनके परिवारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। लेकिन प्रदेश सरकार ने पांच दिन बाद भी शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान नहीं खोजा। ऐसे में शिक्षामित्रों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।
राज्यपाल ने शिक्षामित्रों की पूरी बात सुनने के बाद इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया है। साथ ही शिक्षामित्रों से किसी भी तरह की हिंसा न करने की अपील की।