
विजय श्रीवास्तव
-घाट के आसपास के गलियों व मुहल्लों में दहशत
-बारिश ने बढ़ाया और लोंगो की मुसीबत
वाराणसी। पतित पावनी गंगा ने अपना रोैद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार बढ़ रहे पानी से घाट के आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक दो सेमी की प्रति घंटा की रफ्तार से बढ रही गंगा ने लोंगो की धड़कने बढ़ा दी है। गंगा के लगातार बढ़ते जल स्तर ने घाटों के संपर्क को भी तोड़ना शुरू कर दिया हेै। उसपर से मानसूनी वर्षा से स्थिति और भयावह होती जा रही है। मणिकर्णिका महाशमशान पर भी गंगा के पहुचने से अब लोंगो शवों को जलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घाटों पर स्थित कई मन्दिर या तो डूब गये है या डूबने के कगार पर है। वैसे अभी गंगा खतरे के निशान से काफी नीचे है। लेकिन जिस तरह से गंगा में वृद्धि हो रही है। उससे लोंगो में अफरातफरी का का आलम है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा में बढ़ाव केवल वाराणसी में ही नहीं वरन् इलाहाबाद से लेकर पटना तक है। हर जगह गंगा में तेजी से वृद्धि हो रही है। गंगा में बढ़ रहे पानी के चलते आसपास के निचले इलाकों में पानी भरना शुरू कर दिया है। जिससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। उसपर से लगातार बारिस से स्थिति और खराब होती जा रही है। वैसे एनडीआरएफ ने संभावित बाढ़ के खतरें को देखते हुए अपनी 12 टीमें गठित कर दी है। कमंाडेंट आलोक कुुमार ने बताया कि एनडीआरएफ बाढ़ के खतरों को देखते हुए पूरी तरह से मुस्तैद है। गंगा में पानी बढ़ने से नक्खी घाट पर भी पानी बढ़ना शुरू हो गया है। जिससे आसपास के क्षेत्रों मंे दहशत व्याप्त हो गया हेै। विगत वर्षो में इन क्षेत्रों से आये बाढ़ ने काफी तबाही मचायी थी।