विजय श्रीवास्तव
-अन्य कई देशों के साथ सम्पूर्ण भारतवर्ष में दिखेगा चन्द्र ग्रहण
-मेष, सिंह, वृश्चिक एवं मीन राशि के जातकों को फायदा अन्य को हो सकता है नुकसान
-चन्द्र ग्रहण 3 घंटा 55 मिनट का होगा
वाराणसी। सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण 27 जुलाई 2018 को लग रहा है। खास बात यह है कि यह ग्रहण संपूर्ण भारतवर्ष में दिखाई देगा तथा स्पर्श काल मध्यकाल एवं मोक्ष काल तक ग्रहण दिखाई देगा। खग्रास चंद्रग्रहण संपूर्ण यूरोप, अफ्रीका, एशिया तथा आस्ट्रेलिया महाद्वीप में दृश्य होगा। न्यूजीलैंड के अधिकांश भाग में, जापान, रूस, चीन, अफ्रीका तथा यूरोप के अधिकांश भागों में दृश्य होगा।
पंडित प्रसाद दीक्षित, न्यासी एवं धर्म-कर्म विशेषज्ञ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ने बातचीत के दौरान बताया कि 150 वर्षो बाद इतना लम्बा ग्रहण लग रहा है। जो 3 घंटा 55 मिनट का होगा। ग्रहण का स्पर्श काल रात्रि 11.54 मिनट पर, मध्य काल रात्रि 1.52 पर एवं मोक्ष काल रात्रि 3.49 मिनट पर है। उन्होंने बताया कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल दिन में 2.54 पर लग जाएगा। जो भी शुभ कार्य हो वह सभी कार्य सूतक काल से पूर्व ही कर लेना श्रेयस्कर होता है क्योंकि आज के दिन ही गुरु पूर्णिमा भी है। अतः सभी लोग गुरु पूर्णिमा के निमित्त जो भी धार्मिक क्रिया करते हैं वह सूतक काल के पहले अर्थात 2.54 मिनट के अंदर ही धार्मिक कार्य कर लें। ग्रहण में भोजन एवं मल-मूत्र का त्याग करना निषेध माना गया है।
पं. प्रसाद दीक्षित ने बताया कि बच्चे, वृद्ध एवं रोगी ग्रहण से मुक्त होते हैं। गर्भवती स्त्रियां ग्रहण काल में ना कोई वस्तु काटे और नहीं सिलाई इत्यादि करें अन्यथा ग्रहण से गर्भ में पलने वाले बच्चे (शिशु) को नुकसान हो सकता है। इसलिए सावधानी अपेक्षित है।
उन्होंने बताया कि चन्द्र ग्रहण से मेष, सिंह, वृश्चिक एवं मीन राशि के जातकों को फायदा मिलेगा। वहीं वृष राशि , मिथुन , कर्क , कन्या , तुला , धनु , मकर एवं कुंभ राशि के जातकों को ग्रहण से नुकसान हो सकता है। साधकों को चाहिए कि ग्रहण काल में बिना देव मूर्ति स्पर्श किए हुए जब करें ऐसा करने से मंत्रों की सिद्धि हो जाती है।