समाचार संपादक की कलम से

मीडिया कभी अपने लिए नहीं जीता। इसका आस्तिव समाजिक सरोकार के लिए ही है। यही सरोकार उसकी भूमिका को और अधिक दायित्वपूर्ण बनाता है। मीडिया शून्यता में काम नहीं करता।  इससे अपेक्षायें भी है और इसके नैतिक दायित्व भी है। जहां कोई भी बात, समाचार या विचार हजारों लाखों तक एक साथ पहंच रहें हो, वहां निश्चिय रूप से स्वविवेक, आत्मनियंत्रण तथा सर्वहिताय के अमूर्त सिद्धान्त को सामने रखना लेखक, पत्रकार या किसी भी धर्मगुरू का नैतिक दायित्व बन जाता है। आज एक पत्रकार होने के नाते हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि समाज को इस तरह एक सूत्र में बांधें जिससे सभी धर्म दूसरे के विचारों व भावनाओं को समझे एवं उनका आदर व सम्मान करें। साथ ही साथ एक मानव का दूसरे मानव के प्रति मैत्री व करूणा का भाव पैदा हो।

आज समाज में करूणा, मैत्री, सहनशीलता की जरूरत है। कट्टरता को खत्म करने की जरूरत है। आक्रोश से देश नष्ट हो रहें है। जांत-पांत एक कैंसर का रूप लेता जा रहा है। जिससे समाज की समरसता का  पतन हो रहा है। विचार व सोच की जगह केवल भौतिक विकास हो रहा है। अध्यात्मिक व मानवीय विकास का पतन हो रहा है। यह विश्व के सामने एक बड़ी चुनौती है। इसका उत्तर कहीं बाहर से नहीं वरन् हमें स्वयं अपने अन्दर ही इसका हल ढूढंना होगा। तभी शान्ति की दिशा के प्रयास सार्थक होंगे।

हमारें विचार ही हमारी रचना होते हैं। जैसे विचार होंगे, वैसा हम करेंगे। दोंनो एक दूसरे के दर्पण है। संशक्त विचार देने के लिए खुद को सशक्त बनाना होगा। क्रान्तियों में सर्वश्रेष्ठ है विचार-क्रान्ति। समाज को सदैव विचारों ने दिशा देने का काम किया है। चाहे तथागत बुद्ध हो या संत कबीर, गुरू नानक हो या महावीर स्वामी। सभी ने अपने समय में अपने मानव कल्याणकारी विचारों से समाज को एक दिशा देने का काम किया है। विचार मनुष्य की मौलिक विशेषता है। सुधार विचारों का ही किया जाता है। परिवर्तन यहीं से आंरभ होना है। हम समाज में कोई बड़ा परिवर्तन करने का दावा नहीं करते हैं लेकिन यह संकल्प लेकर जरूर इस मिशन में उतरें है कि ऐसी शक्तियों के साथ, ऐसे लोंगो के साथ कदम से  कदम मिला कर जरूर चलने का प्रयास करेंगे, जो विकास व परिवर्तनकारी सोच रखते हैं। अपने इस हिन्दी न्यूज पोर्टल के माध्यम से हम समाज के उन विन्दुओं को भी स्पर्श करने का प्रयास करेंगे जिन्हें समाज में अभी बहुत स्थान नहीं मिला है। इसके साथ शहर, राज्य, देश व दुनिया की हर छोटी बड़ी खबरों को हम आपके समक्ष सही रूप से लाने का प्रयास करेंगे। इस अभियान को महाअभियान बनाने में जबतक आपका सहयोग व आशीर्वाद नहीं प्राप्त होगा तब यह मिशन मूर्त रूप नहीं ले सकता है। इसी आशा व सहयोग की आंकाक्षा के साथ ……………..।

 

विजय श्रीवास्तव

 

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