-यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की अगुआई में बैंक कर्मियों की हड़ताल
-निजी क्षेत्र के बैंक रहेंगे हड़ताल से बाहर
-21 फरवरी को हुई बैठक में नहीं हो सका सुलह
नई दिल्ली। बैंक कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कल यानि 28 फरवरी से हड़ताल करने की घोषणा की है। माह के अन्तिम दिन से प्रस्तावित हड़ताल के कारण अन्यविभागों के सरकारी कर्मचारियों को वेतन मिलने में दिक्कते आ सकती हैं। बैंक कर्मियों के हड़ताल से आम आदमी पर भी काफी प्रभाव पड़ेगा।
गौरतलब है कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की अगुआई में बैंक कर्मियों की यूनियनों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। एसबीआई, पीएनबी व बैंक ऑफ बड़ौदा सहित ज्यादातर बैंकों ने प्रस्तावित हड़ताल के बारे में अपने ग्राहकों को सूचित करते हुए कहा है कि हड़ताल हुई तो उनकी शाखाओं व कार्यालयों में कामकाज प्रभावित होगा। हालांकि निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक में कामकाज सामान्य रहने की संभावना है। सिर्फ चेक क्लियरिंग का काम प्रभावित हो सकता है।
यूएफबीयू नौ प्रमुख यूनियनों का शीर्ष संघ है, लेकिन भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स और नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक आफिसर्स इस हड़ताल में भाग नहीं ले रहा। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि 21 फरवरी को मुख्य श्रम आयुक्त के यहां हुई सुलह वार्ता विफल रही।
बैंक प्रबंधन की अगुआई कर रहे इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने मांगों को लेकर शर्तों पर सहमति नहीं जताई। उन्होंने कहा कि यूनियनों की मांगों का कोई समाधान नहीं निकल रहा है। इसलिए यूएफबीयू ने 28 फरवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।