
उज्जवल श्रीवास्तव
-पूर्वांचल में सपा की ताकत और बढ़ी
-बसपा सहित अन्य लोंगो ने भी सपा ज्वाइन की
लखनऊ। भाजपा व विपक्ष ने अब यूपी चुनाव 2022 की तैयारी जोरों-शोरों से शुरू कर दी है। अपनी कुर्सी असुरक्षित मानकर इस समय नेताओं का पाला बदलने का दौर तेजी से रहा है। इसमें कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव को ज्यादा फायदा मिलता नजर आ रहा है। नये घटनाक्रम के चलते पूर्वांचल के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के तीनों पुत्रों ने सपा की सदस्यता ले ली। इससे पूर्वांचल में सपा की ताकत में और इजाफा हुआ है।

पिछले कई दिनों से पूर्व मंत्री व पूर्वांचल के कद्दावर नेता हरिशंकर तिवारी के तीनों पुत्रों के समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने की अटकलें लगायी जा रही थी। आज रविवार श्री तिवारी के तीनों पुत्र समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। उन्हें स्वंय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है।
पूर्वांचल में ज्यादा मजबूत हुई सपा
गौरतलब है कि हरिशंकर तिवारी के बडे़ पुत्र पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी, चिल्लूपार के विधायक विनय शंकर तिवारी के साथ ही विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय, संतकबीरनगर से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ जय और बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी संतोष तिवारी भी सपा में शामिल हो गए। रविवार को बसपा से भी तमाम नेताओं ने सपा की सदस्यता ली। पायल किन्नर ने सपा को समर्थन देने का वादा किया और उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई है। उन्हें सपा किन्नर सभा का अध्यक्ष बनाया गया है।
इस मौके पर विनय शंकर तिवारी ने कहा है कि 2017 में जनता के बड़े समर्थन और उत्साह से यूपी में भाजपा की सरकार बनी लेकिन इस सरकार ने लोकतंत्र नहीं राजतंत्र अपनाया। लोगों के बोलने पर पाबंदी लगाई। काम किसी और का है पर पत्थर अपना लगवा रहे हैं। इस सरकार में ब्राह्मण समाज का लगातार अपमान किया गया उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग समाज में तोड़फोड़ कर रहे हैं। धरातल पर कोई काम सरकार ने नहीं किया। गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित इलाके के लिए कोई बजट नहीं दिया गया। गोरखपुर विशवविद्यालय में जाति विशेष के लोगों को नियुक्ति दी गई है। इस सरकार में ब्राह्मण समाज का लगातार अपमान किया गया है। इस सरकार ने एनकाउंटर की नीति अपनाई है।