प्रेम प्रसंग: जवान जोड़ी ने पुलिस की मौजूदगी में सजा लिया विवाह का पावन संस्कार
पुलिस के साथ अद्भुत घटना: जौनपुर में सिंगरामऊ स्थानीय थाना शनिवार की रात शादी की शहनाइयों से गूंज उठा और बाराती पुलिसवाले बने। यह कहानी एक ऐसे जवान जोड़े की है, जिन्होंने पुलिस के साथ ही अपने प्रेम प्रसंग को पावन संस्कार में बदला। इस घटना ने लोगों के दिलों में एक नई उम्मीद की किरण जगाई।
अपने प्रेमी के साथ भागीं युवती ने खुद को घरेलू हद से बाहर किया
युवा जोड़े रामसूरत और गायत्री की प्रेम कहानी बहुत समय से चल रही थी। पुलिस के मुताबिक गायत्री देवी पुत्री नन्हकू फत्तूपुर थाना महराजगंज का करीब एक साल से अधिक समय से राजबली पुत्र रामसूरत निवासी घाघरपारा बहरीपुर थाना सिंगरामऊ से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बीते 20 जुलाई को युवती अपने घर से भागकर प्रेमी के घर जाकर रहने लगी। बीते 20 जुलाई को, यह बहादुर और बेबाक युवती ने अपने घर की बाधाओं को छोड़ते हुए अपने प्रेमी के घर जाने का साहस दिखाया और सारे संकोच और समाज की परेशानियों को पीछे छोड़कर अपने प्रेमी के घर जाकर रहने लगी।
पुलिस ने दिखाई अद्भुत मिसाल: शादी के आयोजन में सहायता
परिजनों ने खोजबीन किया न मिलने पर थक-हारकर घर बैठ गए। दो दिन पहले पता चला की गायत्री घाघरपारा में राजबली के घर है, जब परिजन उसे लेने गए तो उसने जाने से मना कर दिया। लड़की के परिजनों ने सिंगरामऊ थाने में बेटी को भागा ले जाने का प्रार्थनापत्र दिया। थानाध्यक्ष के समझाने के बाद भी प्रेमिका ने कहा कि मैं राजबली के ही साथ रहूंगी अगर कोई जबरदस्ती करेगा तो आत्महत्या कर लूंगी। अपने प्रेमी रामसूरत के साथ रहने का फरमान सुना दिया। पुलिस भी थकहार कर दोंनो पक्षों को मनाया। पुलिस के सहयोग से ही शादी के आयोजन की तैयारियां शुरू हुईं।
शिव मंदिर में साझा किया पावन बंधन: दोनों पक्ष खुशियों में झूमे
शुभ मुहूर्त आते ही पुलिस वाले बराती बनकर जवान जोड़ी ने थाना के स्थित शिव मंदिर में अपने प्रेम को पावन बंधन में बांध लिया। इस खास और अद्भुत पल की गवाही तो उनके परिवारीक और मित्रों के अलावा, आस-पास के लोग भी थे। धूमधाम से मनाई गई इस शादी ने उन्हें नई राहों पर चलने के लिए प्रेरित किया।
खुशियों से भरा विदाई समारोह
दुल्हा-दुल्हन को सभी पुलिस कर्मियों व परिवार के सदस्यों ने आशीर्वाद दिया। इस दौरान खुशी में थाना में सभी को मिठाईयां बाटी गई। नई जिंदगी की शुरुआत के लिए बधाई और आशीर्वाद दिए। खुशियों के इस पल में सभी को मिठाईयां बांटी गई और ध्वनि ही ध्वनि शहनाइयों ने शहर में छाई खुशियों की चादर
समाज को मिली नई सोच: प्रेम प्रसंग बदल सकता है दृष्टिकोन
यह घटना न सिर्फ एक प्रेम प्रसंग की कहानी है, बल्कि एक सोच के बदलाव की भी। इसमें समाज को एक नई उम्मीद की किरण नजर आती है। इस जवान जोड़े ने दिखाया है कि प्रेम का सही मतलब है साथी विकास में सहयोग करना और सामाजिक बाधाओं को छोड़कर एक-दूसरे के साथ नए जीवन की शुरुआत करना। इस तरह के संदेश समाज को सोचने पर मजबूर करते हैं और बदलाव की राह दिखाते हैं।
नई दौर की शुरुआत: दोनों जीवनसाथी संग कटाएं सुखद पल
प्रेम के पावन बंधन में बंधे रामसूरत और गायत्री ने नए दौर की शुरुआत की है। वे एक-दूसरे के साथ जीवन के सभी सुखद पलों को साझा करते हुए अपने भविष्य को सजाने के लिए तैयार हैं। इस दिलचस्प और प्रेरक कहानी ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि वास्तविकता में प्रेम एक बहुत ही खूबसूरत और सामर्थ्यशाली रिश्ता है।
इस रीति-रिवाज से ऊपर उठकर दोनों ने अपने प्रेम को अपनी ताक़त बनाकर सबको दिखाया है कि प्रेम से समस्याओं का सामना करना मुश्किल नहीं है, बल्कि उन्हें विजयी बनाना संभव है। आज के युवा जोड़े समाज को नई दिशा दिखा रहे हैं और वे सही राह चुनकर समाज में बदलाव ला रहे हैं।
एक प्रेरणादायक उदाहरण
इस अद्भुत प्रेम प्रसंग का समाप्त होने के साथ, हम देखते हैं कि प्रेम और साहस के साथ जीवन की सभी मुश्किलों का सामना किया जा सकता है। रामसूरत और गायत्री की यह शादी न सिर्फ उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है। हम सभी को इस प्रेम प्रसंग से सीखना चाहिए कि हमें अपने और दूसरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक-दूसरे का साथ देना चाहिए। इस तरह से हम सभी मिलकर एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं।