Aries August 2023 Horoscope मेष राशि के जातकों के लिए अगस्त का महीना थोड़ा उठापटक लिए रहने वाला है। इस माह मेष राशि के जातकों को अपने सोचे हुए कार्यों को पूरा करने के लिए अधिक परिश्रम और प्रयास करना होगा। माह की शुरुआत में आप व्यावसायिक और वित्तीय मामलों को लेकर थोड़ा चिंतित रह सकते हैं।
हिंदू कैलेंडर में अगस्त के महीने के दौरान सावन और भादों का महीना होता है। लेकिन इस बार अधिकमास के चलते पूरे अगस्त में सावन का ही महीना रहेगा। त्योहार के लिहाज से अगस्त का महीना काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इसमें कई प्रमुख व्रत- त्योहार ीाी आएंगे। वहीं जहां तक ग्रहों के गोचर की बात करें तो अगस्त में 4 प्रमुख ग्रहों का राशि परिवर्तन भी होगा। अगस्त में सूर्य, शुक्र,मंगल और बुध अपनी-अपनी राशि बदलेंगे। इसके अलावा इस माह में कुछ ग्रह अस्त भी होंगे और कुछ उदय। जिसका सभी राशियों के ऊपर प्रभाव पड़ेगा। आइए आज देखते है कि मेष राषि वालों के लिए अगस्त माह कैसे रहने वाला है।
मेष राशि के जातकों के लिए अगस्त का महीना थोड़ा उठापटक लिए रहने वाला है। इस माह मेष राशि के जातकों को अपने सोचे हुए कार्यों को पूरा करने के लिए अधिक परिश्रम और प्रयास करना होगा। माह की शुरुआत में आप व्यावसायिक और वित्तीय मामलों को लेकर थोड़ा चिंतित रह सकते हैं। अगस्त महीने में शनि कर्म और आय स्थान के स्वामी हैं। वे अपनी मूलत्रिकोण राशि में चल रहे हैं, जो काफी शुभ है। गुरु ने नौवीं दृष्टि से भाग्य को सक्रिय किया हुआ है। इसके फलस्वरूप, मनी का फ्लो बना रहेगा। यदि आपके ऊपर शनि की महादशा या अंतर्दशा चल रही है तो आपके लिए मनी फ्लो नहीं रुकेगा। मंगल और शुक्र एक साथ बारहवें भाव को सक्रिय कर रहे हैं, जो खर्चों का भाव है। इसलिए अचानक से खर्चे देखने की संभावना है, इसलिए बजट बनाकर चलें। इस दौरान आपके ऊपर कामकाज का बहुत ज्यादा दबाव बना रहेगा। नौकरीपेशा लोगों को इस दौरान अपने काम को किसी दूसरे के भरोसे छोड़ने या फिर उसमें लापरवाही करने से बचना होगा अन्यथा उन्हें बॉस के गुस्से का शिकार होना पड़ सकता है।
अगस्त महीने के दूसरे सप्ताह की शुरुआत में आपका बजट गड़बड़ा सकता है। मेष राशि के जातकों को माह के मध्य में अपनी सेहत को लेकर बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। इस दौरान आप संक्रामक रोगों के शिकार हो सकते हैं या फिर कोई पुरानी बीमारी एक बार उभर सकती है। स्किन से जुड़ी कोई परेशानी होगी। वैसे बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी। यह समय प्रेम संबंध और दांपत्य जीवन के लिए थोड़ा प्रतिकूल रहने वाला है। आपकी अपने लव पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है।
जहां तक घर-परिवार के सदस्यों से किसी बात को लेकर मनभेद भी होने की संभावना है। अपनों के साथ संबंध को मधुर बनाए रखने के लिए छोटी-मोटी बातों को तूल देने से आपको इस माह पूरी तरह से बचना चाहिए। माह के उत्तरार्ध में नियम के विपरीत काम करने या फिर झूठी गवाही देने आदि से बचें, अन्यथा आपको बेवजह की परेशानी झेलनी पड़ सकती है। इस दौरान स्वजनों और शुभचिंतकों की राय की अनदेखी न करें। परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को इस माह मनचाही सफलता पाने के लिए अधिक परिश्रम करना होगा।
अगस्त महीने में रिलेशन की स्थिति की अगर बात करें तो शादी शुदा लोगों के लिए अगस्त महीना थोड़ा बेहतर नहीं है। सप्तम भाव का स्वामी शुक्र है और फैमली भाव का स्वामी भी शुक्र है। शुक्र नीच राशि में चले गए हैं, जिससे रिश्तों में कुछ कनफ्लिक्ट हो सकता है। पार्टनर के साथ कनफ्लिक्ट हो जाने पर थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है। जो लोग सिंगल हैं और पार्टनर का इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए भी यह समय कुछ चुनौतियों भरा हो सकता है। गुरु की दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही है, जिससे शादी होने की संभावना है। प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी सेहत का खास ध्यान रखें।
इस माह के दौरान धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने से आपको मानसिक शांति मिल सकती है। इस अगस्त महीने में, आपको अपने रिश्तों को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए। संबंधों में समझदारी और समर्थन देने से आपके रिश्ते मधुर और सुखद बन सकते हैं। यदि आप व्यापार में हैं, तो नए संबंध बनाने और मार्केटिंग के लिए नए योजनाओं का सोचने का समय है। इस महीने में स्वयं का समय निकालने का प्रयास करें और संयम से जीवन को आनंदमय बनाएं। स्वस्थ और सकारात्मक दिनचर्या अपनाने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। ध्यान और मेधा को बढ़ाने के लिए ध्यान देने योग्य है।
गुरु और राहु के गोचर
1 अगस्त को गुरु और राहु लग्न में गोचर कर रहे हैं, जो शुभ नहीं है। इस दौरान सूर्य चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं, जो भी शुभ नहीं है। चंद्र नौवें भाव में हैं। लेकिन शनि का गोचर आपके लिए शुभ है और शुक्र का गोचर भी आपके लिए शुभ है।
शुक्र की पोजीशन
7 अगस्त को शुक्र अपनी पोजीशन चेंज करेंगे और नीच राशि में चले जाएंगे। यह बुध की राशि है और मेष राशि की जो कुंडली होती है, वही कालपुरुष की कुंडली होती है। बुध के भाव में आकर शुक्र नीच हो जाते हैं, जिससे आपकी कुंडली में उनकी पोजीशन थोड़ी सी खराब हो जाएगी। शुक्र आपकी कुंडली में मारकेश बनते हैं।
सूर्य का राशि परिवर्तन
17 अगस्त को सूर्य का राशि परिवर्तन होगा और पंचम में चले जाएंगे, जो भी शुभ नहीं होता। इसके बाद, 18 अगस्त को मंगल छठे भाव में चलेंगे। फिर 23 अगस्त को बुध सूर्य के प्रभाव में आकर अस्त भी हो जाएंगे और वक्री भी होंगे। बुध आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी हैं।
अगस्त महीने में कर्म और आय स्थान की स्थिति
अगस्त महीने में शनि कर्म और आय स्थान के स्वामी हैं। वे अपनी मूलत्रिकोण राशि में चल रहे हैं, जो काफी शुभ है। गुरु ने नौवीं दृष्टि से भाग्य को सक्रिय किया हुआ है। इसके फलस्वरूप, मनी का फ्लो बना रहेगा। यदि आपके ऊपर शनि की महादशा या अंतर्दशा चल रही है तो आपके लिए मनी फ्लो नहीं रुकेगा। मंगल और शुक्र एक साथ बारहवें भाव को सक्रिय कर रहे हैं, जो खर्चों का भाव है। इसलिए अचानक से खर्चे देखने की संभावना है, इसलिए बजट बनाकर चलें।
अगस्त महीने में रिलेशन की स्थिति
मैरिड लोगों के लिए अगस्त महीना थोड़ा बेहतर नहीं है। सप्तम भाव का स्वामी शुक्र है और फैमली भाव का स्वामी भी शुक्र है। शुक्र नीच राशि में चले गए हैं, जिससे रिश्तों में कुछ कनफ्लिक्ट हो सकता है। पार्टनर के साथ कनफ्लिक्ट हो जाने पर थोड़ा ध्यान रखने की जरूरत है। जो लोग सिंगल हैं और पार्टनर का इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए भी यह समय कुछ चुनौतियों भरा हो सकता है। गुरु की दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही है, जिससे शादी होने की संभावना है। प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी सेहत का खास ध्यान रखें।
अगस्त महीने में आपको ध्यान देने की जरूरत है कि आप अपने व्यय को संभालकर चलें और बजट बनाकर खर्चों को नियंत्रित करें। आपके लिए शनि और शुक्र का गोचर शुभ है, जो आपकी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है। इस माह के दौरान धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने से आपको मानसिक शांति मिल सकती है।
इस अगस्त महीने में, आपको अपने रिश्तों को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए। संबंधों में समझदारी और समर्थन देने से आपके रिश्ते मधुर और सुखद बन सकते हैं। यदि आप व्यापार में हैं, तो नए संबंध बनाने और मार्केटिंग के लिए नए योजनाओं का सोचने का समय है।
इस महीने में स्वयं का समय निकालने का प्रयास करें और संयम से जीवन को आनंदमय बनाएं। स्वस्थ और सकारात्मक दिनचर्या अपनाने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। ध्यान और मेधा को बढ़ाने के लिए ध्यान देने योग्य है।
इस में समस्त सुझाव आपके मार्गदर्शन के लिए हैं जिनका अनुसरण करके आप अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बना सकते हैं। याद रखें कि भविष्य कभी निश्चित नहीं होता है, लेकिन आपके निर्णयों और कर्मों के माध्यम से आप अपने जीवन को प्रभावित कर सकते हैं। जहां तक उपाय की बात की जाए तो प्रतिदिन हनुमत उपासना और संकटमोचक हनुमानाष्टक का पाठ करें। शुभकामनाएं और धैर्य रखें!