Horoscope : हर आदमी की उत्सुकता रहती है कि उसका भविष्य कैसा होगा। इसी क्रम में आज मेष राशि के जातकों के लिए बताने जा रहे हैं कि अक्टूबर का महीना कैसा रहने वाला है ? जहां तक ग्रहों की बात की जाए तो एक अक्टूबर के दिन गुरु, राहु और चंद्रमा अपने मेष लग्न में ही हैं। शुक्र चौथे भाव में हैं और ये शुभ गोचर में हैं। बुध पंचम में हैं और ये शुभ गोचर में नहीं है। बहुत कुछ ग्रहों की बात अगर न करें तो आप यह जान लें कि नौ में से पांच ग्रह आपके लिए शुभ गोचर में रहेंगे। तीन अक्टूबर से मंगल आपकी राशि स्वामी के रूप में छठे भाव में स्थित होगा। ऐसे में करियर, स्वास्थ्य और संबंधों के मामले में मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं। मेष राशि वालों के लिए अक्टूबर का महिना बहुत ही अच्छा रहने वाला है। यह समय परीक्षा प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों के लिए शुभ साबित होगा। यदि किसी कारणवश सेहत खराब चल रही थी तो उसमें सुधार होगा। करिअर में कुछ रुकावटें आने के बाद भी आपको मनचाही सफलता मिलेगी। अब हम देखते हैं जीवन के अन्य मोर्चो पर मेष राशि वालों की क्या स्थिति बनती है
अक्टूबर माह : मासिक राशिफल 2023 के अनुसार
आर्थिक:
मेष राषि वालों के लिए कारोबार में कुछ एक अडचनों के बाद भी आपको मनचाही सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में दूसरों से उलझने की बजाय लोगों के साथ मिलकर चलना उचित रहेगा। ऐसी स्थिति माह के तीसरे सप्ताह तक बनी रहेगी। इस दौरान भावनाओं में बहकर या फिर क्रोध में आकर रोजी-रोजगार में बदलाव न करें। जो लोग व्यापार से जुडे हैं,उन्हें माह के मध्य में धन के लेन-देन में खूब सावधानी बरतनी चाहिए। यदि पार्टनरशिप में बिजनेस कर रहे हैं तो चीजों को क्लीयर करते हुए आगे बढना बेहतर रहेगा। धन के खोने के भी संकेत हैं। इस दौरान किसी भी जोखिम भरी योजना में निवेश करने से बचना होगा, अन्यथा बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड सकता है। छठे भाव में मंगल की स्थिति के कारण इस महीने आप लाभ अर्जित करने में सक्षम होंगे। लेकिन पहले भाव में बृहस्पति और राहु के होने से आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। जो जातक ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं, वे सामान्य से बेहतर कमाई कर सकेंगे।
कैरियर:
करियर के लिहाज से देखा जाए तो मेष राशि के जातकों को इस महीने बेहतर परिणाम मिलने की संभावना है क्योंकि राशि स्वामी मंगल कुंडली के छठे भाव में अनुकूल स्थिति में हैं। साथ ही शनि देव स्वराशि में वक्री अवस्था में विराजमान हैं। शनि देव की इस स्थिति के कारण आपकी प्रगति तो होगी लेकिन हो सकता है कि सफलता जल्दी न मिले। हालांकि छठे भाव में मंगल की स्थिति के कारण पेशेवर जीवन अच्छा रहेगा, विशेष रूप से उनके लिए, जो प्रशासनिक पदों पर कार्यरत हैं। आप में से कुछ जातकों को नौकरी के सिलसिले में विदेश जाने का मौका मिल सकता है और ऐसी यात्राएं आपकी प्रगति में सहायक सिद्ध होंगी। राहु आपके पहले भाव में नौवें और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति के साथ विराजमान है, जिसके परिणामस्वरूप आपको विदेश में नौकरी करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। वहीं पहले भाव में उपस्थित देव गुरु बृहस्पति अधिक विदेश यात्रा के योग बनाएंगे और आप इस संदर्भ में भाग्यशाली साबित हो सकते हैं। जो लोग ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं। लेदेकर मेष राशि वालों का कैरियर में अच्छा लाभ होने वाला है।
प्रेम व पारिवारिक जीवन:
मेष राशि वालों के पारिवारिक जीवन के बारें में अगर देखा जाए तो इस माह आपको रिश्तों में तमाम तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शुक्र दूसरे भाव के स्वामी के रूप में सूर्य शासित राशि में पांचवें भाव में स्थित है। इसके कारण भी पारिवारिक विवाद हो सकते हैं। माह की शुरुआत में आपको न सिर्फ अपने लव पार्टनर बल्कि स्वजनों के साथ संबंधों को बेहतर बनाए रखने के लिए छोटी-मोटी बातों को नजरअंदाज करना बेहतर रहेगा। वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाए रखने के लिए जीवनसाथी की भावनाओं की अनदेखी न करें। प्रेम संबंध को प्रगाढ़ करने के लिए भी आपको अपनी तरह से ही प्रयास करना होगा। किसी भी तरह की गलतफहमी को दूर करने के लिए संवाद का सहारा लें। जबकि वहीं अगर आप नम्रता व धैर्य का परिचय देंगे तो प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से यह महीना बेहद शानदार रहने के संकेत भी मिल रहे हैं।
शिक्षा:
शिक्षा के लिहाज से यह महीना अच्छा रहेगा। कई प्रतियोगी परिक्षा में भाग लेने का मौका मिलेगा।
स्वास्थ्य:
सेहत अच्छी रहेगी। किसी भी प्रकार का कोई बडी बीमारी नहीं रहेगी। मौसमी बीमारी को लेकर सतर्क रहें। लेकिन इसके बावजूद सेहत के लिहाज से देखें तो इस महीने आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी क्योंकि राहु-केतु क्रमशः पहले-सातवें भाव में स्थित हैं और बृहस्पति भी पहले भाव में मौजूद है आपको घबराहट जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
वैसे ज्योतिष में समस्याओं के आने पर निदान का भी तरीका बताया गया है। जिसे जातक को करना चाहिए। जिसमें से दो उपाय आप कर सकते हैं। इससे आपकी समस्याओं में कमी आयेगी।
उपाय
पहला मंगलवार के दिन राहु-केतु के लिए हवन/यज्ञ करें।
दूसरा शनिवार के दिन हनुमान जी के लिए हवन/यज्ञ करें।