बेटियों के लिए एक नई उम्मीद की किरन
Beti Hai Anmol Yojana 2023 : हिमाचल सरकार की ‘बेटी है अनमोल’ योजना बेटियों को दे रही हौसले की उड़ान। इस योजना के अंतर्गत, हर नई बेटी को उनके जन्म के मौके पर ₹10,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिसे पोस्ट ऑफिस या बेटी के बैंक खाते में जमा किया जा सकता है। साथ ही, प्रदेश की बेटियों को पहली कक्षा से लेकर बारहवीं तक ₹300 से ₹12,000 तक की आर्थिक सहायता प्राप्त होगी, जिससे उनके पढ़ाई का सफर सुखद बनेगा।
योजना का उद्देश्य
हिमाचल प्रदेश सरकार की इस अनूठी पहल का मुख्य उद्देश्य बेटियों को शिक्षित करना है। इस योजना के तहत सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी लड़की अपनी पढ़ाई बीच में ना छोड़ सके। अब प्रदेश की बेटियां बिना किसी रोकावट के पढ़-लिखकर देश का नाम रोशन करेंगी। यह समाज में भी बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच में भी बदलाव लाएगी।
योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
1. आवेदन प्रक्रिया
आवेदन को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है।
2. आय की सीमा
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को गरीबी रेखा से नीचे होना चाहिए।
3. निवास
आवेदक को हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
4. परिवार की सीमा
योजना के अंतर्गत एक परिवार की केवल दो बेटियां ही इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
5. योजना की आर्थिक मात्रा
योजना के अंतर्गत अब तक 32.81 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं और 98193 लाभार्थियों को इसका लाभ मिला है।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
- edistrict.hp.gov.in पर जाएं।
- वेबसाइट के होमपेज पर ‘बेटी है अनमोल योजना’ का चयन करें।
- साइन अप (Sign Up) पर क्लिक करें और नया यूजर रजिस्ट्रेशन करें।
- लॉगिन के बाद, ‘बेटी है अनमोल’ का आवेदन फॉर्म भरें और सभी आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करें।
- फॉर्म को सबमिट करें और आवेदन पूरा करें।
ऑफलाइन आवेदन कैसे करें
- अपने क्षेत्र के संबंधित ब्लॉक के बाल विकास परियोजना अधिकारी से संपर्क करें।
- आवेदन फॉर्म लें और उसमें पूछी गई जानकारी भरें।
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म के साथ अटैच करें।
- फॉर्म को कार्यालय में जमा करवाएं।
बेटी है अनमोल योजना के तहत, हिमाचल सरकार बेटियों के भविष्य को और भी उजवल बनाने का संकल्प लेती है और उन्हें शिक्षित बनाने का समर्थन प्रदान करती है। इस योजना के जरिए, हम एक सशक्त और शिक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, जिसमें हर बेटी का अधिकार है।