
विजय श्रीवास्तव
-कानून समाप्त होने की प्रक्रिया शुरू होने पर बन्द होगा आन्दोलन : राकेश टिकैत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान करने के बाद अभी भी किसानों ने अपना आन्दोलन वापस नहीं लिया है। वैसे पीएम के इस फैसले का कई किसान संगठनों और सियासी दलों ने स्वागत किया है। कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद किसान संगठनों की आज बैठक होने जा रही है। आगे की रणनीति तैयार करने के लिए किसानों की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

गौरतलब है कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान देशभर में विगत एक वर्ष से आन्दोलित है। सरकार के हर संभव प्रयास करने के बाद भी किसानों ने विरोध का रास्ता नहीं छोडा। आखिरकार गुरुनानक देव की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की। पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक साल से ज्यादा समय से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से आंदोलन को खत्म करने की अपील की और साथ ही कहा कि अगले महीने संसद के शीतकालीन सत्र में तीनों कृषि कानून को वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

इधर, किसान संयुक्त मोर्चा ने आंदोलन खत्म नहीं करने का एलान किया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब संसद सत्र में कानून वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, इसके बाद ही किसान आंदोलन खत्म करेंगे। वैसे इस मुद्दे पर विपक्ष जहां हमलावर के मुड में हैं वहीं भाजपा बैकफुट पर नजर आ रही है। कांग्रेस, सपा, बसपा सहित अन्य पार्टियों ने भाजपा को आडे हाथों लेते हुए कहा है कि आखिरकार सरकार किसानों के आगे झुक गयी। अहंकार में डूबी सरकार को यह निर्णय बहुत पहले लिया जाना चाहिए था।