
ज्योतिष डेस्क
इस वर्ष का अन्तिम चन्द्र ग्रहण 8 नवम्बर हो लगने जा रहा है। यह चन्द्र ग्रहण बहुत कुछ खास होने वाला है। जहां यह कुछ राशियों के लिए बहुत ही अशुभ होने वाला है तो वहीं कुछ राशियों के लिए लाभ ही लाभ देगा और वह भी पूरे एक वर्ष तक। इस आर्टिकल में हम आपको पहले बताते है कि वह कौन से राशि है जिनपर चन्द्र ग्रहण शुभ नहीं होने वाला है अर्थात अशुभ फल देगा।
ज्योतिष के अनुसार इस बार मेष राशि में लगने वाला यह चंद्रग्रहण 8 नवंबर को भारत में भी दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्र इस चंद्र ग्रहण को काफी बेहद खास मान रहा है। ज्योतिषियों की अगर बात माने तो वर्ष अंतिम चंद्र ग्रहण के अवसर पर ग्रहों की एक विशेष स्थिति बन रही है। जिससे लगभग सभी राशियॉ प्रभावित होने वाली है।
अगर चंद्र ग्रहण की बात करें तो हिंदू कैलेंडर के अनुसार सदैव पूर्णिमा तिथि पर होता है और यह पूर्ण चंद्र ग्रहण, आंशिक चंद्र ग्रहण या छाया चंद्र ग्रहण हो सकता है। ज्यातिषों के अनुसार 8 नवंबर 2022 को मेष और भरणी नक्षत्र में चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। उस दिन मेष राशि का स्वामी मंगल तृतीय भाव में वक्री स्थिति में रहेगा। ज्योतिषों के अनुसार चंद्रमा के साथ राहु की स्थिति भी बनी रहेगी, लेकिन वहीं पर सूर्य भी केतु, शुक्र और बुध के साथ मौजूद रहेगें और साथ ही साथ इन सभी ग्रहों पर शनि की पूर्ण दृष्टि होगी। इस प्रकार से देखा जाए तो इस स्थिति से सूर्य और चंद्रमा भी प्रभावित होंगे। यह अपने आप में एक चंद्र ग्रहण होगा जिसका निश्चय ही प्रभाव दिखेगा क्योंकि गुरू की दृष्टि भी उनपर नहीं होगी। वहीं शनि मकर राशि में रहेगा जबकि गुरू अपनी मूल राशि मीन राशि में वक्री गति में उपस्थित होंगे।
ज्योतिष वैज्ञानिकों के अनुसार शनि और मंगल के आमने-सामने होने के कारण प्रीति योग, निचराज भंग और षडाष्टक योग भी बना रहे हैं। ऐसी स्थिति में चंद्र ग्रहण के दौरान बेहद सावधान रहने की जरूरत है जिन राशियों के लिए यह अशुभ प्रभाव देने वाले हैं। अन्यथा परिणाम भोगने के लिए आपको तैयार रहना पडेगा।
कब लगेगा चंद्र ग्रहण?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भारतीय समयानुसार इस वर्ष का अन्तिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को सांय 05ः32 बजे प्रारम्भ होकर सांय 06ः18 बजे खत्म जायेगा। ऐसी स्थिति में चंद्र ग्रहण का सूतक समय की अगर बात की जाए तो वह सुबह 09ः21 बजे से शुरू होकर सांय 06ः18 बजे खत्म होगा। इस अवधि में कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए।
आइए देखते है कि किन 8 राशियों पर पड़ेगा अशुभ प्रभाव :
8 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण का सबसे ंअधिक बुरा प्रभाव वाले राशियों की बात अगर की जाए तो इनका असर आठ राशियों पर पड़ेगा। जिसमें मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि के जातकों पर अशुभ प्रभाव पड़ने वाला है। इस दौरान इस राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि वे बेहद सावधान रहे। इस दौरान इन जातकों को स्वास्थ्य में परेशानी बढ सकती हैं वहीं वित्तीय, करियर और व्यावसायिक कामों में नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।
चार राशियों के लिए खोलेगा भाग्य के रास्ते :
वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण भले ही अधिकतर राशियों के लिए अशुभ फल देनी वाली है लेकिन वहीं कई राशियों के लिए काफी अच्छा फलदायी साबित देने वाला हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चूकिं चंद्र ग्रहण वाले दिन तुला राशि में कई ग्रहों की युति भी होने वाली है जिसके बुरा प्रभाव कई राशियों में देखने को मिलेगा वहीं कई ऐसी भी राशियॉ है जिन्हें खुशियॉ मिलने वाली है। आइए देखते हे कि वह कौन सी भाग्यशाली चार राशियॉ है जिन्हें लाभ मिल सकता है।
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह चन्द्रग्रहण काफी माने रखता है। उनके कैरियर, प्रमोशन आय के नये द्वार खुलने के साथ आप परिवार के साथ भी अच्छा समय व्यतीत करेंगे।
दूसरी राशि कर्क राशि के जातकों को भी इस ग्रहण से काफी लाभ मिलने वाला है। सुखद यात्रा के साथ जहां आपका रूका पैसा मिलने की उम्मीद बढेगी वहीं चौतरफा सफलता आपको मिलती दिखेगी।
वृश्चिक राशि तीसरी राशि है जिन्हें इस ग्रहण से लाभ मिलेगी। जहां रूका हुआ काम पूरा होगा वहीं अचानक धन के आसार बनते दिख रहे है।
कुंभ राशि के जातकों की भी इस ग्रहण से चांदी होने वाली है। के लिए भी चंद्र ग्रहण फायदेमंद साबित होगा। ऐसे जातकों को जहां धन की प्राप्ति हो सकती है वहीं नौकरी ढूढ रहे लोंगो की नौकरी लग सकती है।
डिसक्लेमर
इस आर्टिकल में निहित जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ पंचांग/ज्योतिषियों/ धर्मग्रंथों /प्रवचनों/मान्यताओं से लेकर आप तक पहुंचाई जाती हैं। हमारा काम इन सूचना को आपतक पहुंचाना है, आपको सलाह दी जाती है कि इस इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की होगी। एक बात और राशि चूकिं लाखों लोंगो की होती है किसी-किसी को सटीक बैठती है जबकि वहीं कुछ लोंगो की नहीं। इसके लिए व्यक्ति के कुण्डली में उपस्थित ग्रहों की मौजूदगी ओैर सटीक समय, नक्षत्र आदि की गणना भी बहुत माने रखती है। धन्यवाद।