Chandrayaan 3 Landed On Moon South Poll : चांद की दक्षिण स्तह पर सफलतापूर्वक उतरा चंद्रयान 3

Chandrayaan 3 Landed On Moon South Poll : चांद की दक्षिण स्तह पर सफलतापूर्वक उतरा चंद्रयान 3

Chandrayaan 3 Landed On Moon South Poll : आखिरकार भारत ने चन्द्रयान 3 को सफलता पूर्वक चांद की सतह पर उतार कर अपनी सफलता का परचम लहरा दिया। एक ऐसा इतिहास, जो स्वर्णाच्छरों में लिखा जाएगा। चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग ने दुनिया में एक बार फिर भारत का नाम रोशन किया है। भारत का मून मिशन यानी चंद्रयान तीन ने आखिर सफलता पूर्वक चन्द्रमा की सतह पर पहुंचने का करिश्मा कर दिखाया।
चन्द्रयान 3 के चन्द्रमा के सतह पर उतरने का समय एक ऐसा क्षण था जिसके इन्तजार के लिए 140 करोड़ भारतीयों का दिल धडक रहा था। इसरो के इस महत्वाकांक्षी मिशन से हर भारतीय की उम्मीदें जुड़ी हैं. चंद्रयान-3 ने सारे देश को एक कर दिया है था मंदिरों में अगर प्रार्थना हो रही थी तो मस्जिदों में दुआ मांगी जा रही थी सारा देश आज चंद्रयान -3 को लेकर उत्साहित हैं। आखिरकार हर भारतीय की उम्मीदों पर चन्द्रयान -3 खरा उतरा।


चन्द्रयान 3 के चन्द्रमा के सतह पर झंडा फहराने का का समय जैसे जैसे करीब आ रहा हैं वैसे वैसे हिन्दुस्तान का दिल धडक रहा था। चंद्रमा की सतह पर लैंड करते ही भारत चांद के साउथ पोल पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया। जहां आज तक कोई देश नहीं पहुंच पाया है। आप को बताते चले कि चंद्रयान तीन का लैंडर-रोवर चांद पर केवल एक दिन काम करेगा। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि चांद का एक पृथ्वी के 14 दिन के बराबर है। इसरो के वैज्ञानिको के साथ पूरे विश्व की निगाहे इस महत्वाकांक्षी मिशन पर लगी हुई थी जैसा कि आप जानते है कि रूस लूना 25 समय से पूर्व ही क्रेश हो गया।


आपको बताते चले कि चन्द्रयान-3 4 जुलाई को लॉन्च हुआ था. इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया था। चंद्रयान तीन को भेजने के लिए स्टड तीन लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया। चंद्रयान तीन की सफल लैंडिंग के साथ ही भारत साउथ पोल पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके लिए देश वासियो को बधाई दी है। साथ ही इस दौरान इसरो चीफ एस सोमनाथ सहित वैज्ञानिकों की खुशी देखने लायक थी। वेैसे इस दौरान भारत के मून मिशन को अंतिम 17 मिनट में प्रवेश करना कठिन था लेकिन सब कुछ सही और समय के मुताबिक से हुआ।
लैंडर विक्रम चांद की सतह पर अपने कदम रखने के साथ ही वह अपना काम शुरू करेगा। विक्रम लैंडर से रैंप के जरिए 6 पहियों वाला प्रज्ञान रोवर बाहर आएगा और इसरो की कमांड मिलते ही चांद की सतह पर चलेगा।

By Vijay Srivastava

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