Delhi NCR Earthquake : एक बार फिर हिली दिल्ली व एनसीआर, घरों से बाहर निकले लोग, जानें कितना तेज था झटका

Delhi NCR Earthquake : एक बार फिर हिली दिल्ली व एनसीआर, घरों से बाहर निकले लोग, जानें कितना तेज था झटका

दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके

Delhi NCR Earthquake : दिल्ली एनसीआर सहित आसपास के इलाकों में अभी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इससे लोगों को घबराहट महसूस हो रही है और वे अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। यह झटके दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम, और गाजियाबाद सहित आसपास के शहरों में महसूस किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए हैं।

भूकंप की तीव्रता और जगह

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 थी। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदु कुश क्षेत्र में था। ये झटके लगभग 9 बजकर 35 मिनट तक चले। लोगों ने इन झटकों को काफी तेज़ी से महसूस किया।

पहले झटके के बारे में

13 जून को भी दिल्ली-NCR में एक झटका आया था। हालांकि, उस वक्त लोगों को झटके का अहसास नहीं हुआ था। इससे लोगों ने भूकंप के बारे में जानकारी नहीं प्राप्त की थी। जिसका कारण था कि उत्तर-भारत के कई इलाकों जैसे पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, आदि में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस वक्त की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 थी और केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा इलाके में था।

भूकंप के पीछे का विज्ञान

भूकंप के आने का विज्ञानिक कारण यह है कि धरती की सतह पर चार परतों से बनी हुई है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल, और क्रस्ट। ये लिथोस्फीयर के ऊपरी भाग को सम्मिलित करते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स हैं जो अपनी जगह से हिलती रहती हैं। जब ये प्लेट्स बहुत ज़्यादा हिलती हैं, तो भूकंप होता है। यह प्लेट्स आपस में घिसने लगती हैं, जिससे भूकंप का शक्तिशाली झटका होता है।

रिक्टर स्केल क्या होता है?

रिक्टर स्केल अमेरिकी भू-विज्ञानी चार्ल्स एफ रिक्टर ने सन 1935 में एक ऐसे उपकरण का इजाद किया था, जो पृथ्वी की सतह पर उठने वाली भूकंपीय तरंगों के वेग को माप सकता है। इस उपकरण के जरिए भूकंपीय तरंगों को आंकड़ों में परिवर्तित किया जा सकता है। रिक्टर स्केल आमतौर पर लॉगरिथम के अनुसार कार्य करता है। इसके अनुसार, एक संपूर्ण अंक अपने मूल अर्थ के 10 गुना अर्थ में व्यक्त होता है। रिक्टर स्केल में 10 अधिकतम वेग को दर्शाता है।

सुरक्षा के उपाय

भूकंप आने पर सुरक्षा के उपायों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। भूकंप के दौरान लोगों को धीरे-धीरे घर से बाहर निकलना चाहिए और खुले स्थान में जाना चाहिए। बिल्डिंग के अंदर न रहें, खड़े रहें या टेबल के नीचे चले जाएँ। दरवाज़े के चारों ओर खड़े होने से बचें क्योंकि दरवाज़े के किनारे आने से चोट लग सकती है।

भूकंप के बाद, जो लोग घरों को छोड़कर निकलते हैं, उन्हें सुरक्षित स्थान पर रहना चाहिए और वापस घर जाने से पहले निकलने के नियमों का पालन करना चाहिए।

इस रूपरेखा में, दिल्ली एनसीआर में हुए भूकंप के बारे में जानकारी दी गई है। यह आपके लिए महत्वपूर्ण है कि भूकंप के दौरान आप सुरक्षित रहें और उचित उपायों का पालन करें।

सुरक्षित रहें, सुरक्षित रहें!

By Vijay Srivastava

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *