
न्यूज डेस्क
-ठेला पटरी व्यवासायी समिति वाराणसी के सचिव अभिषेक निगम ने जताया विरोध
वाराणसी। जी-20 सम्मेलन की तैयारी के तहत इन दिनों वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया जा रहा है। कानपुर में अतिक्रमण हटाओं अभियान के दौरान 13 फरवरी को हुए एक हादसे में मॉ-बेटी की मौत हो गयी थी। इसी तरह की घटना आज सारनाथ क्षेत्र में देखने को मिली। जब सडक पर ठेला लगा कर अपने परिवार का जीवन-यापन कर रही एक वृद्ध महिला के ठेंले को मय सामान के अतिक्रमण दस्ता द्वारा उठा कर ले जाने के सदमे से महिला की मौत हो गयी। इसके विरोध में जहां पुरातात्विक सग्रंहालय के समीप फेरी पटरी व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद रखी वहीं ठेला पटरी व्यवासायी समिति वाराणसी के सचिव अभिषेक निगम ने विरोध जताया है।

गौरतलब है कि विगत कई दिनों से जी-20 के तैयारी के तहत आशापुर से सारनाथ के बीच अतिक्रमण हटाया जा रहा है। इसी दौरान आज गुरूवार को नगर निगम का प्रवर्तन दल ने पुरातात्विक संग्रहालय के आसपास लगे ठेले खुमचे का अतिक्रमण हटा रहे थे। इस दौरान सिंहपुर निवासी शकुंतला देवी 72 वर्ष ने ठेले पर बादाम की दुकान लगा रखी थी। नगर निगम प्रवर्तन दल ने बादाम के साथ उसका ठेला भी उठा ले गये। इसके सदमें से वह वहीं बेहोश हो गयी। जिसको लेकर परिजनों ने पास के ही एक निजी अस्पताल ले गए। स्थिति अधिक खराब होने पर डॉक्टर के जवाब देने पर परिजन पांडेयपुर स्थित एक अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन बीच रास्ते में शंकुतला देवी की मौत हो गयी। बताया जाता है कि उसके तीन लडके व तीन लडकियॉ है। सभी की शादी हो चुकी है। इसी ठेले से वह अपना जीवन यापन करती थी।

महिला की मौत पर स्थानीय दुकानदारों में जबरदस्त विरोध है। इसके विरोध में आसपास के पटरी ठेला व्यवासायियों ने अपनी दुकानें बंद कर विरोध प्रकट किया। ठेला पटरी व्यवासायी समिति वाराणसी के सचिव अभिषेक निगम इस घटना के प्रति जोरदार विरोध व्यक्त करते हुए कहां कि सरकार को अतिक्रमण के साथ-साथ उनके आजिविका पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने सरकार से महिला के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की है।