Filmi News : सब इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ राजकुमार फिल्मों में आया एक्टर कैसे बन गया बड़ा हीरो?

Filmi News : सब इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ राजकुमार फिल्मों में आया एक्टर कैसे बन गया बड़ा हीरो?

राजकुमार की कहानी: एक विस्मयकारी यात्रा

पहली कदम: पुलिस थाने से सिनेमा के मंच तक

Filmi News : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राजकुमार की गिनती उनके समय के सुपरस्टार्स में की जाती है। उनकी एक्टिंग, स्टाइल और डायलॉग डिलीवरी उतनी ही बेहतरीन थी जितनी उनकी लाइफ के किस्से। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने फिल्मों में आने से पहले पुलिस की नौकरी की थी?

शुरुआत में, राजकुमार मुंबई के माहिम थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। थाने में अक्सर फिल्म इंडस्ट्री के लोग आते-जाते रहते थे। एक बार उसी पुलिस स्टेशन में उन्हें फिल्म निर्माता बलदेव दुबे के लिए कुछ काम के लिए बुलाया गया।

दूसरा कदम: फिल्मी मंच पर उभरते हीरो

वहां उनकी बातचीत के दौरान, राजकुमार की शानदार प्रस्तुति ने उन पर गहरा प्रभाव डाला। बलदेव दुबे ने उन्हें अपनी आगामी फिल्म ‘शाही बाजार’ में अभिनय करने के लिए ऑफर दिया। इस ऑफर को राजकुमार ने तुरंत स्वीकार कर लिया। इससे पहले ही उन्हें एक सहसिपाही के साथी की सलाह सुनकर अभिनेता बनने की तमन्ना हो गई थी।

एक रात, गश्त के दौरान, उनके सहसिपाही ने राजकुमार को अपनी अभिजात आकृति और व्यक्तित्व के साथ कहा कि वे किसी भी हीरो से कम नहीं हैं। अगर आप एक हीरो बन जाते हैं तो लाखों दिलों पर राज कर सकते हैं। इस प्रेरणा से राजकुमार के मन में अभिनेता बनने का संकल्प जगा।

तीसरा कदम: सिनेमा के दरवाजे पर

जब फिल्म का ऑफर उनके सामने आया, तो उन्होंने न केवल इसे स्वीकार किया, बल्कि अपनी पुलिस की नौकरी से भी इस्तीफा दे दिया। अभिनेता राजकुमार का असली नाम कुलभूषण पंडित था। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी।

राजकुमार का जन्म 8 अक्टूबर 1926 को बलूचिस्तान, जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है, के लोरलाई नामक शहर में हुआ था। 26 साल की उम्र में, उनकी पहली फिल्म ‘रंगीली’ रिलीज हुई थी। इसके बाद ‘मदर इंडिया’, ‘हमराज’, और ‘हीर रांझा’ जैसी करीब 70 फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया।

चौथा कदम: राजकुमार की महिमा

राजकुमार की गिनती अपने समय के सुपरस्टार्स में की जाती है। उनकी एक्टिंग, स्टाइल और डायलॉग डिलीवरी उतनी ही बेहतरीन थी जितनी उनकी लाइफ के किस्से। वे सिनेमा के मंच पर ही नहीं, अपने वास्तविक जीवन में भी बेबाकी के लिए जाने जाते थे। राजकुमार के बारे में इतना प्रसिद्ध था कि यदि उन्हें फिल्म के डायलॉग पसंद नहीं आते थे तो वे कैमरे के सामने ही उन्हें बदल देते थे।

इस विशेषज्ञ अभिनेता की कहानी एक प्रेरणादायक यात्रा है। वे सिनेमा की दुनिया में अपना मकान बना चुके हैं और अनगिनत दर्शकों के दिलों में बसे हैं। राजकुमार ने अपनी कठिनाइयों का सामना करके विजय प्राप्त की और उन्होंने दर्शकों को मनोरंजन का नया आयाम दिया।

By Vijay Srivastava

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