Harsh Vardhan Singh : भारतीय मूल के व्यक्ति जो अमेरिकी राष्ट्रपति के पद के लिए उम्मीदवार बने हैं
भविष्य में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारी का दौर तेज हो गया है। इसी कड़ी में हमें एक भारतीय मूल के उम्मीदवार भी मिल गया हैं, जिनका नाम हर्ष वर्धन सिंह है। 38 वर्षीय हर्ष वर्धन सिंह पेशे से इंजीनियर हैं और उनके माता-पिता भारतीय अप्रवासी हैं, जो अमेरिका में बस गए थे।
Harsh Vardhan Singh :शुरूआती जीवन और शिक्षा
हर्ष वर्धन सिंह ने 2009 में न्यू जर्सी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्होंने इंजीनियर के साथ-साथ फेडरल कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम किया। वर्तमान में, वह रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग के कार्यकारी के रूप में जाने जाते हैं।
Harsh Vardhan Singh : राजनीतिक सफर की शुरुआत
हर्ष वर्धन सिंह खुद को आजीवन रिपब्लिकन और अमेरिका फर्स्ट का प्रबल समर्थक मानते हैं। वे न्यू जर्सी की रिपब्लिकन पार्टी के रूढ़िवादी मोर्चे को दोबारा खड़ा करने में मदद करने में सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2017 और 2021 में न्यू जर्सी के गवर्नर पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन भरा। इन प्रयासों में सफलता हासिल नहीं कर पाए।
Harsh Vardhan Singh : चुनावी यात्रा
हर्ष वर्धन सिंह की नजर अब अमेरिका के सबसे बड़े सार्वजनिक पद पर है। उन्होंने हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। गवर्नर पद के लिए अपनी हालिया दावेदारी के दौरान हर्ष ने खुद को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का करीबी बताया है। हर्ष ने 2017 में न्यू जर्सी की रिपब्लिकन पार्टी के रूढ़िवादी मोर्चे को दोबारा खड़े करने में मदद की थी। अपनी राजनीतिक यात्रा में 2017 और 2021 में न्यू जर्सी के गवर्नर पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन भरा। 2018 में एक हाउस सीट और 2020 में एक सीनेट पद की दौड़ में शामिल हुए। हालांकि, इन तमाम प्रयासों में हर्ष को सफलता नहीं मिली।
हर्ष वर्धन सिंह: राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया में लगभग दो साल लगते हैं। उम्मीदवारों को बुनियादी शर्तों को पूरा करना चाहिए, जैसे जन्म से अमेरिका का नागरिक होना, उम्र कम से कम 35 वर्ष होना और 14 साल से वहां का निवासी होना। राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को राजनीतिक दल राष्ट्रीय सम्मेलन में चुना जाता है। हर चार साल में, अमेरिकी नागरिक आम चुनाव के दौरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए मतदान करते हैं। इलेक्टोरल कॉलेज तय करता है कि अमेरिका का राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति कौन चुना जाएगा।