
दिल्ली व्यूरो
-शाम चार बजे प्रलय बन कर फटा देवप्रयाग में बादल
-पानी के साथ आए मलबे में दर्जन भर दुकानें भी डूब गईं
नई दिल्ली। कोरोना महामारी की विभिषिका से अभी देश वैसे ही जूझ रहा है ऐसे में उत्तराखंड के देवप्रयाग में आज यानि मंगलवार को सांय 4 बजे बादल फटने से आए जलसैलाब में भारी तबाही मचायी। जलसैलाब से आये मलबे से देखते-देखते आईटी भवन, नगरपालिका बह्उद्देश्यीय भवन और प्ज्प् भवन जमींदोज हो गए सहित दर्जन भर से अधिक दुकाने भी जमींदोज हो गए। यह संयोग ही था कि कोविड कर्फ्यू के कारण अधिकतर लोग घरों में रहने के कारण जनहानि होने से देवप्रयाग काफी हद तक बच गई। लोगों को जहां प्रशासन ने अलर्ट कर दिया है वहीं रेस्क्यू का काम जोरों से चल रहा है।इससे पहले 3 मई को उत्तराखंड के टिहरी, उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग जिलें में बादल फटने की खबर थी।
शांति बाजार लगभग पूरी तरह से बर्बाद
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम करीब चार बजे दशरथ पहाड़ पर बादल फटने से यहां से निकलने वाली शांता नदी में सैलाब आ गया। बादल फटने की वजह से मूसलाधार वारिश होती है जिसकी वजह से तबाही का यह मंजर सामने आ रहा है। मालूम हो कि बस अड्डे से शांति बाजार होकर शांता नदी भागीरथी में मिलती है लेकिन सैलाब के साथ आए भारी बोल्डरों ने शांति बाजार में तबाही मचा दी। बताया जा रहा हेै कि शांति बाजार लगभग पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। यहां तक कि आईटीआई की तीन मंजिला बिल्डिंग जमींदोज हो चुकी है। आईटीआई भवन में मौजूद कम्प्यूटर सेंटर, निजी बैंक, बिजली, फोटो आदि की दुकानें भी ध्वस्त हो गईं। उधर शांता नदी पर बनी पुलिया, रास्ता सहित उससे सटी ज्वेलर्स, कपड़े, मिठाई आदि की दुकानें भी सैलाब की भेंट चढ़ गईं। शांति बाजार में करोड़ों का नुकसान होने का शुरुआती अनुमान है। पुलिस को अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अगर कोरोना कर्फ्यू की स्थिति नहीं होती तो बड़ी संख्या में जन हानि हो सकती थी।
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भागीरथी का जलस्तर बढ़ गया
बादल फटने का सबसे बुरा असर जलसैलाब से उत्पन्न मलबे के कारण भागीरथी का जलस्तर बढ़ गया है। बादल फटने से शांता नदी मे आए उफान से नगर के शांति बाजार मे भारी तबाही की सूचना आ रही है। शांता नदी से सटी दर्जन भर से अधिक दुकानें भी बह गईं। देवप्रयाग नगर से बस अड्डे की ओर आने वाला रास्ता और पुलिया सभी पूरी तरह से बह बहने से सडक मार्ग पूरी तरह से ठप हो गई है। मलबे में किसी के दबने को लेकर अभी स्थिति साफ नही हो पाई है। कोरोना कर्फ्यू के कारण आईटीआई सहित दुकानों के बन्द रहने से भारी जान माल का नुकसान होने से बच गया।
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