
न्यूज डेस्क
-जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 110 सर्विलांस टीम गठित
-जागरूक रह कर डेंगू से बचाव कर सकते हैं : डां यू के श्रीवास्तव
वाराणसी। सरकार व प्रशासन से लाख दावें के बावजूद डेंगू का कहर जारी है। वाराणसी सहित आसपास के जिलों में डेंगू की स्थिति विस्फोटक होती जा रही है। गौर करने की बात यह है कि डेंगू नियंत्रण के लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 110 सर्विलांस टीम भी बनाई गई है और वह अपनी कार्यवाही भी शुरू कर चुकी है लेकिन इसके बावजूद डेंगू के मरीजों में बराबर इजाफा हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विगत दो दिनों में जहां दो दिनों में 2 नए मरीजों की संख्या के साथ कुल 288 पहुंच गयी है। वही अधिकतर अस्पतालों में बेड लगभग फुल हैं। वैसे डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वाराणसी के स्वास्थ्य विभाग ने नियंत्रण के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। अस्पतालों में लगातार मरीजों की बढती भीड़ और पैथोलॉजी में बढ़ते दबाव के चलते अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाया गया है। प्रशासन डेंगू से बचाव के प्रति जागरूकता अभियान भी चला रहा है।
गौरतलब है कि अभी तक ग्रामीणों क्षेत्रों में डेंगू के मरीज कम आ रहे थे लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी इनकी संख्या में इजाफा हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की अगर बात की जाए तो अभी तक 72 पॉजिटिव रिपोर्ट आ चुकी है। वैसे अभी इसका प्रकोप शहरी क्षेत्र में अधिक है जहां 208 मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं। वैसे ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के कारण लोग अधिकतर अपने मन से या मेडिकल स्टोर्स से दवा लेकर अपना इलाज कर रहे हैं और अपनी जाचं नहीं करा रहे हैं। वेसे इस पर स्वास्थ्य विभाग ध्यान दे रहा है और 110 सर्विलांस टीम में से 68 टीमें ग्रामीणों क्षेत्रों में ही काम कर रही हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में 42 टीमें लगायी गयी हैं। लोंगो को समय से रिपोर्ट मिल सके इसके लिए पैथालॉजी की भी मॉनिटरिंग की जा रही है।
अस्पतालों में डेंगू वार्ड फुल होने के साथ ही सामान्य वार्ड में भी मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी का कहना है कि अस्पतालों में फीवर हेल्प डेस्क के माध्यम से भी डेंगू और वायरल फीवर के मरीजों को जागरूक किया जा रहा है। समय से लोगों को रिपोर्ट मिल सके इसके लिए भी पैथालॉजी में कार्यरत कर्मचारियों को रिपोर्ट की मॉनिटरिंग करते रहने का निर्देश दिया गया है। शुक्रवार को औरंगाबाद, सारनाथ, पांडेयपुर में जहां एक-एक मरीज मिले हैं। वहीं 17 लोगो के घर डेंगू का लार्वा मिलने पर नोटिस चस्पा कर दी गई है। नगर निगम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग भी कराई जा रही है लेकिन अभी भी काफी ऐसे क्षेत्र है कि जहां फॉगिंग नहीं हो रही है।
जागरूकता से कर सकते हैं बचाव-
सनातन मिशन अस्पताल के एमडी डॉ यू. के. श्रीवास्तव ने कहा कि यह एक वायरल जनित बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। इससे निम्न तरीकों से बचा जा सकता है।
1-मच्छरदानी लगा कर अपने तथा अपने परिवार को सुलाएं।
2-कूलर या घरों में नाली में गंन्दे पानी एकत्र न होने दें। अपने आसपास बराबर सफाई रखें।
3-भोजन ताजा खाएं, फ्रीज के रखें खाने से बचें।
4-पूरी बाह की शर्ट व पैंट अपने तथा बच्चों को पहनाएं।
बुखार होने पर क्या करें-
-डॉ यू के श्रीवास्तव ने बताया कि अगर बुखार आ रहा है तो सबसे पहले पैरासिटामाल 500 एमजी लेना शुरू कर दें।
-साथ ही अपने निकटतम डाक्टर से तत्काल सम्पर्क करें और जॉच अवश्य कराए।
-इस दोरान पपीता, नारियल का पानी का प्रयोग करें।
-प्लेटलेट 20000 आने तक घबडानें की जरूरत नहीं है। धैर्य रखे।
-मरीज को आयुष क्वाथ का इस्तेमाल करना चाहिए।