IPS Prabhakar Chaudhary Transfer : UP के इस IPS अफसर का 8 साल में 18 बार ट्रांसफर, जानिए कौन हैं आईपीएस प्रभाकर चौधरी

IPS Prabhakar Chaudhary Transfer : UP के इस IPS अफसर का 8 साल में 18 बार ट्रांसफर, जानिए कौन हैं आईपीएस प्रभाकर चौधरी

आईपीएस प्रभाकर चौधरी के तबादले की खबर जोरों पर है

IPS Prabhakar Chaudhary Transfer : बरेली, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बरेली में आईपीएस प्रभाकर चौधरी के तबादले की खबर जोरों पर है। उन्हें एसएसपी पद से हटा दिया गया है और लखनऊ की 32वीं वाहिनी पीएसी में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह ट्रांसफर रविवार रात को करीब 10 बजे जारी किया गया था। इससे जुड़ी चर्चाओं और विवादों का बाजार गर्म हो गया है।

प्रभाकर चौधरी कौन हैं?

प्रभाकर चौधरी 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह अंबेडकरनगर जिले का रहने वाला हैं और उनके पिता का नाम पारस नाथ चौधरी है। उन्होंने पहले प्रयास में ही सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की थी और उन्हें आईपीएस के पद पर चयनित किया गया था। उत्तर प्रदेश कैडर में तैनात रहते हुए, प्रभाकर चौधरी ने देवरिया, बिजनौर, बलिया, बुलन्दशहर और कानपुर देहात में एसपी के पद पर काम किया है।

कार्रवाई क्यों की गई?

प्रभाकर चौधरी के तबादले के पीछे कई कारण उभर रहे हैं। कुछ लोग इसकी वजह बरेली में कांवड़ियों पर हुए लाठीचार्ज को मान रहे हैं। वहीं, कुछ लोग एसएसपी के बयान को बता रहे हैं जो कार्रवाई का मुख्य कारण बना है। दरअसल, लाठीचार्ज के बाद एसएसपी ने कहा था कि कांवड़ियों के बीच कुछ गलत लोग नशे में थे और उनके पास अवैध हथियार भी थे। इस बयान को लेकर मीडिया का एक वर्ग तबादले की बात कर रहा है और यह सीएम योगी आदित्यनाथ की कानून व्यवस्था को बताने में भी मदद कर रहा है।

8 साल के करियर में 18 बार ट्रांसफर, 15 जिलों की कप्तानी

प्रभाकर चौधरी के 8 साल के करियर में 18 बार ट्रांसफर किया गया है, जिसमें 15 जिलों की कप्तानी भी शामिल है। जबकि अपने 13 साल की सर्विस में प्रभाकर चौधरी का ये 21वां ट्रांसफर है.। उनकी सख्ती और अन्यायपूर्ण चीजों के खिलाफ उनकी कार्रवाई के चलते उन्हें इतने बार ट्रांसफर किया गया है। चाहे वह झाँसी जिले के GRP बंगले पर अवैध कब्जे का मामला हो या सोनभद्र का उम्भा कांड, सीतापुर में वकीलों का उपद्रव हो या मथुरा में स्थानीय नेता से गतिरोध, या फिर बरेली में कांवड़ियों के उपद्रव को रोकने की कोशिश, प्रभाकर चौधरी ने सदैव जिले की कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने अपराधियों के साथ जीरो टॉलरेंस पर काम किया और अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने वालों को कानून की ताकत का एहसास कराया। इसलिए, प्रभाकर चौधरी की गिनती उन पुलिस अधिकारियों में की जाती है जो अपने काम में ईमानदारी और समर्पण के साथ लोगों की सेवा कर रहे हैं।

By Anamika

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