Khesari Lal Yadav :दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में भोजपुरी सिनेमा के प्रमुख गायक और अभिनेता, खेसारी लाल यादव के लिए एक फैसले को जारी किया है, जिसमें उन्हें दूसरी म्यूजिक कंपनी के साथ गाने पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है। दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी की खंडपीठ ने इस फैसले में ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन के पक्ष में फैसला दिया है। इसके परिणामस्वरूप, खेसारी लाल यादव को नए गानों के लिए ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन के अलावा किसी अन्य कंपनी से जुड़ने से रोक लग गई है।
गायक और ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन के बीच हुआ करार
27 मई 2021 को, खेसारी लाल यादव और ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन के बीच एक महत्वपूर्ण करार हुआ था, जिसमें उन्होंने 30 महीनों के भीतर 200 गानों के लिए पांच करोड़ रुपये में समझौता किया था। इस समझौते के बाद, 30 महीने बीतने के बाद, खेसारी लाल यादव को यह लगा कि ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन के साथ उनका करार समाप्त हो गया है और वह दूसरी म्यूजिक कंपनी के लिए गाने गाने लगे।
दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले से खेसारी लाल यादव को झटका
ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन कंपनी ने खेसारी लाल यादव के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की, और इसके परिणामस्वरूप, दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी की खंडपीठ ने गायक खेसारी लाल यादव के दावों को गलत ठहराते हुए ग्लोबल म्यूजिक कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया।
खेसारी लाल यादव का तर्क
अभिनेता गायक खेसारी लाल यादव ने अदालत के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा था कि उनको अंग्रेजी नहीं आती है, और इसलिए वह एग्रीमेंट को ठीक से समझ नहीं पाए। उनका दावा था कि ग्लोबल म्यूजिक ने उनके खिलाफ साजिश की है। खेसारी लाल यादव ने अदालत के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि उनको अंग्रेजी नहीं आती है। इसलिए वह एग्रीमेंट को ठीक से नहीं समझ पाए।
नए फैसले का परिणाम
लेकिन, अदालत ने खेसारी लाल यादव के तर्कों को मानने से इनकार किया और 30 सितंबर 2025 तक उन्हें ग्लोबल म्यूजिक जंक्शन के अलावा किसी अन्य म्यूजिक कंपनी के लिए रोक लगा दी। खेसारी लाल यादव ने इस नए फैसले का सम्मान किया है, लेकिन कहा कि यह बात यही खत्म नहीं हुई है।
यह नया फैसला खेसारी लाल यादव के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है, और उसके गाने की मुख्य म्यूजिक कंपनी पर इसका प्रभाव हो सकता है। आगे के समय में, यह फैसला खेसारी लाल यादव के गायकी करियर के लिए कैसे प्रभावित करता है, इसे देखना बेहद महत्वपूर्ण होगा। इसके साथ ही, यह फैसला गायकों और म्यूजिक कंपनियों के बीच के समझौतों के मामले में एक महत्वपूर्ण प्रस्तावना भी प्रस्तुत करता है, जिसमें कर्यकारी और कला संगठनों के बीच की समझ और अदालती निर्णय का महत्व होता है।