Kisan Vikas Patra Updete News : किसान विकास पत्र ब्याज दर: बुरे वक्त में हमारी जमा पूंजी हमेशा काम आती है। लेकिन व्यक्ति इस बात को लेकर असमंजस में रहता है कि कहां निवेश किया जाए, जहां उसका पैसा सुरक्षित भी रहे और रिटर्न भी अच्छा मिले। तो चलिए आज हम आपको एक ऐसी स्कीम के बारे में बताएंगे, जहां आपका पैसा तो सुरक्षित रहेगा ही, साथ ही मैच्योरिटी पर दोगुना रिटर्न भी मिलेगा। यह है पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) योजना।
किसान विकास पत्र ब्याज दर
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) भारत सरकार की एकमुश्त निवेश योजना है, जहां एक निश्चित अवधि में आपका पैसा दोगुना हो जाता है। किसान विकास पत्र देश के सभी डाकघरों और बड़े बैंकों में मौजूद है। केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल 2023 से किसान विकास पत्र पर मिलने वाले ब्याज को 7.2 फीसदी से बढ़ाकर 7.5 फीसदी सालाना कर दिया है। यानी अब इस योजना में आपका पैसा तेजी से दोगुना हो जाएगा।
कौन निवेश कर सकता है?
किसान विकास पत्र में निवेश करने वाले व्यक्ति की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। सिंगल अकाउंट के अलावा ज्वाइंट अकाउंट की भी सुविधा है। वहीं, यह योजना नाबालिगों के लिए भी उपलब्ध है, जिनकी देखभाल अभिभावक को करनी होती है। यह योजना (Kisan Vikas Patra Interest Rate) हिंदू अविभाजित परिवार यानी एचयूएफ या एनआरआई के अलावा अन्य ट्रस्टों के लिए भी लागू है। किसान विकास पत्र (KVP) में निवेश करने के लिए 1000 रुपये, 5000 रुपये, 10,000 रुपये और 50,000 रुपये तक के सर्टिफिकेट हैं, जिन्हें खरीदा जा सकता है।
कितना मिलता है ब्याज
सरकार ने 1 अप्रैल से इस योजना की ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। अब इस स्कीम में निवेश करने पर आपको सालाना 7.5 फीसदी की दर से रिटर्न मिल रहा है। जनवरी 2023 से मार्च 2023 तक इस योजना में पैसा दोगुना होने में 120 महीने लग रहे थे। लेकिन अब आपका पैसा उससे पहले पांच महीने यानी 115 महीने यानी 9 साल 7 महीने में ही दोगुना हो जाएगा। अगर आप इसमें एकमुश्त 2 लाख रुपये लगाते हैं तो आपको 115 महीने में 4 लाख रुपये वापस मिल जाएंगे। अच्छी बात यह है कि इस योजना (Kisan Vikas Patra) में आपको चक्रवृद्धि ब्याज का भी लाभ मिलता है।
स्थानांतरण सुविधा भी उपलब्ध है
किसान विकास पत्र को जारी होने की तारीख से ढाई साल के बाद भुनाया जा सकता है। KVP को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में भी ट्रांसफर किया जा सकता है। किसान विकास पत्र को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर किया जा सकता है। केवीपी में नामांकन की सुविधा उपलब्ध है। किसान विकास पत्र पासबुक के आकार में जारी किया जाता है।