
विजय श्रीवास्तव
-इस दौरान दवा का भी हुआ निःशुल्क वितरण
वाराणसी। आज 21वीं शताब्दी में होने के बावजूद अभी भी विशेषकर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा के लिए लोंगो को शहरों का रूख करना पडता है। गरीबी व संसाधन के अभाव में ग्रामीण महिलाएं तमाम बिमारियों से जूझती रहती हैं। जिससे जीवन पर्यन्त उन्हें परेशानी बनी रहती है। आज यह समस्या प्रदूषण के चलते और बढ गयी है। वैश्विक महामारी कोरोना ने एक बार पूरे मानव जाति को ही झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा।

उक्त बातें आस्था व तपस्या की तपोभूमि सारनाथ के समीप पतेरंवा में लार्ड बुद्धा चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित निःशुल्क चिकित्सा शिविर के दौरान ट्रस्ट की सचिव श्रीमती सुनयना ने कही। उन्होंने कहा कि आज शहरी क्षेत्रों में तो तमाम हास्पिटल व संसाधन होने के कारण लोंगो को चिकित्सकीय सुविधा आसानी से मिल जाती है लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोंगो को परेशानी का सामना करना पडता है। हमारी ट्रस्ट इसी दिशा में काम कर रही हैं जिससे विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं व पुरूषों को असमय बिमारी से न जूझना पडे। हमारी ट्रस्ट का प्रयास होगा कि अधिक से अधिक ग्रामीण इलाकों में निरन्तर निःशुल्क चिकित्सा शिविर के माध्यम से उन्हें समय पर उनका स्वास्थ्य परिक्षण कर उनका इलाज किया जा सके।

इस दौरान कुशल डाक्टरों के देखरेख में लगभग 95 मरीजों को स्वास्थ्य परिक्षण किया गया। इस दौरान ब्लड प्रेशर, सुगर, बुखार, मलेरिया सहित तमाम बिमारियों के मरीजों ने अपना स्वास्थ्य जांच करायी। इस दौरान ट्रस्ट की तरफ से उन्हें निःशुल्क दवा का भी वितरण किया गया।
उक्त शिविर में डाॅ राकेश कुमार सिंह, डाॅ रविन्द्र कुमार, अमित राय सहित ट्रस्ट के कार्यकर्ता उपस्थित रहें।