RBI ने खाताधारकों के लिए निकासी राशि में कर दिया बदलाव
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया है जिससे co-operative bank के खाताधारकों को बड़ा झटका मिला है। अब को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहक सिर्फ 50,000 रुपये तक की राशि अपने खाते से निकाल सकते हैं। पहले की तुलना में जहां खाता रखने वाले ग्राहक 50,000 रुपये से ज्यादा की राशि निकाल सकते थे, अब यह सीमा 50,000 रुपये रखी गई है। यह फैसला आरबीआई की वित्तीय स्थिति को देखते हुए लिया गया है।
नए नियमों के साथ खाताधारकों को दिया गया यह विशेष अधिकार
रिजर्व बैंक के नए नियमों के अनुसार को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहकों को अब अपने खाते से सालाना 50,000 रुपये तक की राशि ही निकालने का अधिकार है। यह निर्धारित राशि कोई भी समय निकासी के लिए उपयुक्त होगी और इससे अधिक राशि निकालने पर ग्राहकों को जुर्माना भी भुगतान करना पड़ सकता है। यह नए नियम खाताधारकों को अधिक सुरक्षित रखने के लिए लागू किए गए हैं।
co-operative bank : नए फैसले का प्रभाव
यह फैसला 24 जुलाई 2023 को लागू हो गया है और अब से को-ऑपरेटिव बैंक के खाताधारक नए नियमों के अनुसार अपने खाते से 50,000 रुपये तक की राशि तक ही निकाल पाएंगे। इससे पहले कई ग्राहकों को इस बैंक की जरूरत उनकी आर्थिक अवस्था के मुताबिक अधिक से अधिक नकदी निकासी की सुविधा प्रदान करती थी, लेकिन नए नियमों के अनुसार इससे रोक लग गई है। आरबीआई ने यह नियम अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने और सुरक्षित बैंकिंग प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए लागू किया है।
नए फैसले के प्रमुख बिंदु
- सालाना सीमा: आरबीआई द्वारा नए फैसले के अनुसार, को-ऑपरेटिव बैंक के खाताधारक सालाना केवल 50,000 रुपये तक की राशि ही निकाल सकते हैं। इससे अधिक राशि निकालने पर उन्हें जुर्माना का सामना करना पड़ सकता है।
- नियमों के पालन: यह फैसला सभी को-ऑपरेटिव बैंकों के लिए लागू है और खाताधारकों को नए नियमों का पूरा पालन करना होगा। नए नियमों के उल्लंघन पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
- सुरक्षा और सुविधा: यह नया फैसला खाताधारकों की सुरक्षा और बैंक की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। आरबीआई इससे खाताधारकों को फायदा पहुंचाने के साथ-साथ बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित रखने का भी प्रयास कर रहा है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा को-ऑपरेटिव बैंक के खाताधारकों के लिए जारी किया गया नया नियम उन्हें सालाना 50,000 रुपये तक की राशि ही निकालने की अनुमति देता है। इससे पहले की तुलना में जहां ग्राहक 50,000 रुपये से ज्यादा की राशि निकाल सकते थे, अब यह सीमा 50,000 रुपये रखी गई है। यह नए नियम आरबीआई की वित्तीय स्थिति को सुधारने और बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित रखने का प्रयास है। खाताधारकों को नए नियमों का पालन करने की जरूरत है ताकि वे इससे पूर्ण रूप से परिचित हो सकें और अनुशासन से खाता उपयोग कर सकें।