Oh my God : लखीमपुर खीरी जिले में एक दिल को छू लेने वाली मित्रता की कहानी सामने आई है, जिसमें एक बंदर ने एक किसान की मौत पर अपनी असली संवेदना दिखाई। लखीमपुर खीरी जिले में किसान चंदनलाल वर्मा की मौत हो गई और उसके परिजनों का दर्द अत्यधिक था। लेकिन इसी समय एक बंदर आ गया और मृतक किसान की चादर को हटाकर उसका चेहरा देखने लगा और फिर करीब एक घंटे तक वहीं बैठकर रोया। इसके बाद, वह महिलाओं की गोद में सिर रखकर भी रोने लगा। रोती हुई महिलाओं पर अपना हाथ रखकर ढांढस भी बंधाया। बंदर की यह गतिविधि चर्चा का विषय बन गई। यह अद्वितीय दृश्य देखकर ग्रामीण समुदाय में हैरानी मच गई। यह एक अद्वितीय और भावनात्मक किस्सा है जो हमें दिखाता है कि जीवों के बीच की अजीब और अद्वितीय मित्रताएं कितनी महत्वपूर्ण होती हैं।
एक अद्वितीय दोस्ती की कहानी
इस मामले में एक अद्वितीय दोस्ती की कहानी सामने आई है। बताया जाता है कि कुछ वर्ष पहले, जब किसान चंदनलाल खेत में काम करते थे, मोहनलाल ने देखा कि बंदर खाने के समय पास आकर बैठ जाते थे, जैसे वे एक ही परिवार के हिस्से थे। वे अक्सर खेत में बंदर को रोटी खिलाते थे। इस रोटी से ही उनके बीच में दोस्ती हो गई और बंदर ने उनके साथ एक अद्वितीय बंधन बना लिया। बंदर किसान चंदनलाल वर्मा की मौत पर उसी दोस्ती और रोटी के फर्ज को निभाने पहुंचा था।
अनोखा घटना
करीब एक वर्ष पहले, चंदनलाल को एक फालिज अटैक का सामना करना पड़ा, जिससे वह चलने-फिरने में असमर्थ हो गए। उन्होंने अपने खेतों में जाने की बंद कर दी, और उनके बेटे सोनू को ही खेतों की सुरक्षा का जिम्मा दिया।चंदनलाल एक वर्ष से खेतों में नहीं गए थे। पता नहीं कैसे बंदर को उनकी मौत का पता चल गया।