
विजय श्रीवास्तव
-अब सर्जरी भी करा सकेंगे मरीज
-सर्जरी के पूर्व करानी होगी कोरोना की जांच
-सभी अस्पतालों में बनेगी फीवर क्लीनिक
-मेडिकल कॉलेज अभी नहीं खुलेंगे
लखनऊ। कोरोना संक्रमण दर में लगातार कमी के बाद यूपी सरकार ने बडा फैसला लेते हुए यूपी के सभी अस्पतालों में चार जून से ओपीडी खोलने का निर्देश दिया है। अब जिन्हें सर्जरी की जरूरत होगी उन्हें भर्ती कर उनका सर्जरी भी किया जा सकता है लेकिन इसके लिए उन्हें पहले जांच करानी जरूरी होगी।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना का असर लगातार कम हो रहा है। करीब 64 जिलों में 600 से कम एक्टिव केस हो गए हैं। ऐसे में मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में जनरल ओपीडी शुरू की जाए। जनरल ओपीडी में अभी सीमित संख्या में मरीज देखे जाएं। सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ओपीडी संचालन को लेकर पुख्ता रणनीति बनाएं। ओपीडी में आने के लिए मरीज का समय पूर्व निर्धारित हो। गौरतलब है कि प्रदेश में अप्रैल माह के पहलेे सप्ताह में ओपीडी का संचालन सीमित कर दिया गया था। अपॉइंटमेंट के आधार पर मरीज देखे जा रहे थे लेकिन 15 अप्रैल के बाद चरणबद्ध तरीके से अस्पतालों की ओपीडी बंद कर दी गई। अब नए सिरे से ओपीडी शुरू की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश के बाद अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने देर शाम विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है।
UP के सभी अस्पतालों में बनेगी फीवर क्लीनिक
4 जून से सभी मंडल, जिला एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों का उपचार शुरू हो जाएगा। इन अस्पतालों में फीवर क्लीनिक और फ्लू क्लीनिक अनिवार्य रूप से बनाई जाएगी। जिन मरीजों में कोरोनावायरस के लक्ष्ण होंगे उनकी जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर उनका उपचार अन्य मरीजों से अलग किया जाएगा।
UP के नाक, कान, गला व आंख की ओपीडी 8 से 2 तक चलेगी
ब्लैक फंगस को देखते हुए नाक कान गला और आंख विभाग की ओपीडी शुरू कर दी गई है। अभी तक इसे सिर्फ 2 घंटे चलाया जा रहा था लेकिन 4 जून से इसे 8 से 2 तक संचालित किया जाएगा। यह भी निर्देश दिया गया है कि संबंधित ओपीडी में जांच की सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं।
UP के सर्जरी से पहले कोविड-19 की जांच अनिवार्य
ओपीडी में आने वाले मरीजों को जरूरत के मुताबिक भर्ती कर सर्जरी शुरू की जाएगी। जो मरीज लंबे समय से सर्जरी के इंतजार में है उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। सर्जरी से पहले कोविड-19 की जांच अनिवार्य है।
UP के कोविड मरीज शिफ्ट होंगे] जिला मुख्यालय पर बने एल 2 अस्पताल में
कुछ समय पहले सभी जिलों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया था। ऐसे में जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज भर्ती होगा उसे जिला मुख्यालय पर बने एल 2 अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा। इसी तरह जिन अस्पतालों को डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल घोषित किया गया है उनमें कोविड मरीजों का उपचार चलता रहेगा।