Cyclone ‘YAS’ के 24 मई तक तूफान में बदलने की आशंका, पांच राज्यों में हाई अलर्ट

Cyclone 'YAS'  के 24 मई तक तूफान में बदलने की आशंका, पांच राज्यों में हाई अलर्ट

मौसम डेस्क
-बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर बनने स्थिति भयावह होने के आसार
-24 मई की सुबह तक यास के चक्रवाती तूफान में बदलने के आसार
-बंगाल और ओडिशा में सबसे अधिक कर सकता है नुकसान
नई दिल्ली। अभी एक चक्रवाती तूफान Tauktae से देश के कई राज्य उबर भी नहीं पाए कि अब देश में एक और तूफान यास के आने की आंशका से पांच राज्यों के तटीय इलाकों में दहशत का माहौल है। हाॅ ताउते के बाद अब देश के पूर्वी तटीय क्षेत्रों में चक्रवात यास का खतरा मंडराने लगा है। बंगाल की खाड़ी में उठने वाला चक्रवाती तूफान यास ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तबाही मचा सकता है।


Cyclone YAS के 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंचने की आशंका

मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बन गया है। 24 मई की सुबह तक इसे चक्रवात में बदलने की आशंका है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ सकता है। इसके अलावा 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अरब सागर से उठा ताऊ ते तूफान अपने साथ मानसूनी हवाओं को भी समय से पहले भारत तक खींच लाया है। इसके पहले भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उम्मीद जताई थी कि तय समय से एक दिन पहले यानी 31 मई को मानसून केरल पहुंच सकता है। इसके साथ ही इस बार देश में मानसून सामान्य रहने की उम्मीद बढ़ गई है।

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Cyclone YAS बंगाल और ओडिशा में सबसे अधिक प्रभावी

च्क्रवाती तूफान यास के पांच राज्यों में इसके नुकसान पहुंचाने के आसार है। जिसके चलते सरकार ने आंध्र प्रदेश, ओडीशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसका सबसे ज्यादा असर बंगाल और ओडिशा पर देखने को मिलेगा पड़ेगा। अंडमान और निकोबार और पूर्वी तट के कुछ इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना है। 25-26 मई के बीच उड़ीसा, 26 मई को झारखंड, सिक्किम, बंगाल के हिमालयी इलाकों और 25 – 26 मई को पश्चिम बंगाल के गंगा नदी के इलाकों बारिश हो सकती है। इधर, ओडिशा सरकार ने तूफान के संभावित खतरे को देखते हुए अपने 30 से 40 जिलों को अलर्ट जारी कर दिया है।
तूफान को देखते हुए मछुवारों को भी चेतावनी देते हुए पूर्वी तटों पर मछली पकड़ने पर रोक लगा दी है। कोस्ट गार्ड डोर्नियर एयरक्राफ्ट और शिप भी समुद्र में काम कर रहे मछुआरों को मौसम से जुड़ी जानकारी प्रसारित कर रहे हैं। इसके अलावा उन्हें पास के बंदरगाह पर लौटने के निर्देश दिए जा रहे हैं।

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